देहरादून। सशक्त उत्तराखंड @25 चिंतन शिविर में धामी सरकार के मंत्रियों ने राज्य की तरक्की के लिए मंत्र फूंके। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्य की माली हालत सुधारने के लिए कमाई बढ़ाने पर जोर दिया तो पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने नौकरशाहों की मौजूदगी में ही उनकी एसीआर लिखने का मुद्दा उठाया।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने चिंतन शिविर में मंत्रियों को अफसरों की एसीआर लिखने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मंत्री भी चाहते हैं कि वे भी अधिकारियों के कार्य के आधार पर एसीआर लिखें। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना बनाने और प्रदेश को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने पर गंभीरता से काम करना होगा।
वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, हमें राजस्व व्यय को कम करने की दिशा में प्रयास करने होंगे। राज्य में आय के स्रोतों को बढ़ाना होगा। केंद्र पोषित योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। विभिन्न कार्यों एवं योजना के लिए केंद्र से प्राप्त होने वाली धनराशि का सुनियोजित तरीके से समय पर व्यय किया जाए।
स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि विभागवार चिंतन शिविर होने चाहिए। 2025 तक उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पांच संकल्पों पर काम करने की जरूरत है। इसमें संपूर्ण शिक्षा, भ्रष्टाचार, क्षय रोग मुक्त और गरीबी एवं नशा मुक्त उत्तराखंड शामिल हैं। कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने होंगे। उत्पादों में आंकड़ों के बजाय गुणवत्ता पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। अधिकारी सुनिश्चित करें कि योजनाओं लाभ पात्र व्यक्तियों तक समय पर पहुंचे।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य के समग्र विकास के लिए कार्यपालिका एवं विधायिका के बीच सही समन्वय जरूरी है। इको टूरिज्म की संभावनाओं को और बढ़ाना होगा। एरोमेटिक फार्मिंग की दिशा में राज्य में प्रबल संभावनाएं हैं। इसके लिए स्थानीय लोगों को जागरूक किया जाए। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने के लिए महिलाओं एवं युवाओं के सशक्तिकरण की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा।