पुलकित आर्य के पिता भाजपा नेता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। हत्याकांड में तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
देहरादून। पांच दिनों से लापता अंकिता भंडारी की नहर में धकेल कर हत्या की गई। यह खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर रिजॉर्ट के संचालक पूर्व राज्यमंत्री के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य व उसके दो मैनेजरों को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व राज्यमंत्री का बेटा और मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर भीड़ घूंसे, पत्थर और चप्पल बरसा रही थी, लेकिन वह घबराने की बजाय उल्टा लोगों पर अंदर से घूंसों से वार कर रहा था। इससे भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया। वह अंदर से ही गाली गलौच भी कर रहा था। लोगों से पिटने के बाद भी उसके चेहरे पर डर और अपने जुर्म का पछतावा नजर नहीं आ रहा था।
शनिवार सुबह अंकिता का शव मिलने के बाद प्रदेशभर में जगह-जगह लोगों का गुस्सा दिखाई दे रहा है। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इस बीच एम्स ऋषिकेश के बाहर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। एम्स ऋषिकेश में अंकिता का शव पोस्ट माटर्म के लिए लाया गया। युवती का शव शनिवार सुबह बरामद हो गया है। इस बीच हत्याकांड के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने भाजपा विधायक रेनू बिष्ट की कार पर हमला कर दिया। इसमें कार क्षतिग्रस्त हो गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अंकित आर्य को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि भाजपा ने अंकिता हत्याकांड में पुलकित आर्य की गिरफ्तारी के बाद पुलकित के पिता विनोद आर्य और उनके पुत्र डॉ.अंकित आर्य को पार्टी से निष्काषित कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर यह कार्यवाई की गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अंकित आर्य को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। प्रमुख सचिव एल फैनई ने इसका आदेश जारी कर दिया है। वहीं प्रदेशभर में आक्रोश को देखते हुए डीजीपी ने सभी शांति बनाए रखने की अपील की है।