खोजबीन के दौरान सुबह तिब्बती कॉलोनी से आगे खलंगा के जंगल में एक युवक के पेड़ पर रस्सी से लटके होने की सूचना मिली।
देहरादून। शिक्षा विभाग में संयुक्त निदेशक के भतीजे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव खलंगा के जंगल में पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, प्रथमदृष्टया मामला फांसी लगाकर आत्महत्या का लग रहा है।
एसएसआई बलदीप सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग में संयुक्त निदेशक रघुनाथ आर्य ने बुधवार रात सूचना दी थी कि उनका भतीजा दीपक आर्य (23) पुत्र विनोद आर्य निवासी ग्राम फलाटी, अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग, हाल निवासी विकास कॉलोनी, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून दोपहर तीन बजे से लापता है। तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी।
दोपहर को वह कार्यालय में खाना देने के बाद घर नहीं लौटा। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल चेक कराई जा रही है।
खोजबीन के दौरान सुबह तिब्बती कॉलोनी से आगे खलंगा के जंगल में एक युवक के पेड़ पर रस्सी से लटके होने की सूचना मिली। एसपी सिटी सरिता डोबाल और सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी मौके पर पहुंचे। वहां एक युवक का शव पेड़ से रस्सी के सहारे लटका मिला। फील्ड यूनिट की टीम को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया। साथ ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर शव को पेड़ से उतारा गया। मृतक की शिनाख्त परिजनों ने दीपक आर्य के रूप में की।
एसपी सिटी ने बताया कि प्रथमदृष्टया मौत का कारण रस्सी के सहारे पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या करना प्रतीत होता है। घटनास्थल से करीब 400 मीटर दूर सड़क किनारे मृतक की सफेद रंग की एक्टिवा खड़ी मिली। इसे सुरक्षा की दृष्टि से थाने में खड़ा करा दिया गया है। मृतक संयुक्त निदेशक के घर के नीचे वाले हिस्से में रहता था और उन्हें कार्यालय में गाड़ी से लाता-ले जाता था। दोपहर को वह कार्यालय में खाना देने के बाद घर नहीं लौटा। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल चेक कराई जा रही है।