सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग धारचूला खंड के जेई विनय रावत ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जिला मुख्यालय सहित जनपद के अन्य हिस्सों में भी शाम के समय मूसलाधार बारिश हुई।
देहरादून। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह ने बताया कि भारी बारिश की संभावना को देखते हुए आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के साथ ही आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है। निदेशक के मुताबिक, राजधानी देहरादून और आसपास के इलाकों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
देहरादून, नैनीताल और चंपावत जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। इसके मद्देनजर मौसम विज्ञानियों ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी के मुताबिक, इन जिलों के ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। बाकी इलाकों में तेज गर्जना के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। कुछ इलाकों में बिजली गिरने की भी आशंका है।
निदेशक के मुताबिक, राजधानी देहरादून और आसपास के इलाकों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
पिथौरागढ़ क्षेत्र में रविवार को हुई बारिश के कारण हरड़िया नाले से मलबा और बोल्डर रामगंगा नदी में समाने से रामगंगा नदी का प्रवाह एक घंटे तक रुक गया। प्रवाह रुकने से भैंसखाल की ओर डेढ़ किलोमीटर दूरी तक झील बन गई। हरड़िया से दो किमी दूर नाचनी में रामगंगा छोटे गधेरे सी दिखनी लगी। इसे देखने नदी किनारे स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई।
प्रवाह कम होता देखा कुछ लोग जान खतरे में डालकर मछली पकड़ने में लग गए। कुछ देर बाद धीरे-धीरे झील से रिसाव होने के बाद जलस्तर बढ़ गया। इधर सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग धारचूला खंड के जेई विनय रावत ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जिला मुख्यालय सहित जनपद के अन्य हिस्सों में भी शाम के समय मूसलाधार बारिश हुई। अस्कोट में दोपहर दो बजे से मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।