
देहरादून। उत्तराखंड में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और इसी बीच मौसम विभाग ने नए साल को लेकर अहम पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में 30 और 31 दिसंबर के साथ ही एक जनवरी को पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो यह नए साल की शुरुआत में पहाड़ों पर बर्फ की सफेद चादर और मैदानी क्षेत्रों में ठंड के और तेज होने का संकेत होगा।
मौसम विभाग ने शनिवार, 27 दिसंबर को देहरादून समेत छह जिलों में शीत दिवस की चेतावनी जारी की है। देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, चंपावत और नैनीताल जिले के कुछ हिस्सों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट घोषित किया गया है। कोहरे की वजह से दृश्यता कम रहने की संभावना है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार लगातार कोहरा छाने के कारण न केवल पर्वतीय इलाकों में बल्कि मैदानी क्षेत्रों में भी सूखी ठंड लोगों को परेशान कर रही है। सुबह और देर रात ठिठुरन बढ़ गई है और दिन के समय भी धूप कमजोर पड़ रही है। हालांकि 29 दिसंबर तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है।
इसके बाद 30-31 दिसंबर और एक जनवरी को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग जिलों के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। इसके साथ ही प्रदेश के 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का कहना है कि इस बदलाव का सीधा असर प्रदेश के तापमान पर पड़ेगा और ठंड में और इजाफा हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बर्फबारी से जहां पहाड़ी इलाकों में ठंड और बढ़ेगी, वहीं पर्यटन गतिविधियों में भी तेजी आ सकती है। दूसरी ओर, मैदानी क्षेत्रों में तापमान गिरने से शीत दिवस की स्थिति और गंभीर हो सकती है। ऐसे में लोगों को ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि कोहरे और ठंड को देखते हुए अनावश्यक यात्रा से बचें, वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और स्वास्थ्य को लेकर अतिरिक्त सतर्कता रखें। आने वाले दिनों में मौसम की चाल पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी, क्योंकि नया साल उत्तराखंड के लिए ठंड और बर्फ दोनों का पैगाम लेकर आ सकता है।




