
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सामने आए दिल दहला देने वाले राहुल हत्याकांड ने न केवल पुलिस बल्कि समाज को भी झकझोर कर रख दिया है। प्रेम संबंधों में बाधक बने पति की हत्या कर उसके शव के टुकड़े ग्राइंडर से करने वाली आरोपी रूबी अब सलाखों के पीछे है, लेकिन उसके व्यवहार में किसी तरह का पछतावा या भय नजर नहीं आ रहा है। सूत्रों के अनुसार मुरादाबाद जिला जेल में पहले ही दिन से रूबी सामान्य महिला बंदियों की तरह रह रही है, भरपेट भोजन कर रही है और आराम से नींद भी ले रही है।
सोमवार को अदालत में पेशी के बाद रूबी और उसके प्रेमी गौरव को मुरादाबाद जिला जेल भेजा गया था। जेल प्रशासन की ओर से दोनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। रूबी को महिला बैरक में रखा गया है, जहां वह शांत और बेपरवाह दिखाई दे रही है। जेल सूत्रों का कहना है कि उसने किसी भी तरह की मानसिक बेचैनी या अपराधबोध का संकेत नहीं दिया।
इसके उलट प्रेमी गौरव की स्थिति पूरी तरह अलग नजर आ रही है। वह जेल में अन्य बंदियों से बार-बार यह पूछता हुआ सुना जा रहा है कि जमानत कैसे मिलेगी और इस मामले में आगे क्या होगा। गौरव के चेहरे पर चिंता साफ झलक रही है, जबकि रूबी पूरी तरह निश्चिंत दिखाई दे रही है।
गौरतलब है कि 15 दिसंबर को चंदौसी के पतरौआ रोड स्थित ईदगाह के पास नाले से एक अज्ञात धड़ बरामद हुआ था। शव के कंधे के पास गुदे ‘राहुल’ नाम ने पुलिस को जांच की दिशा दी। इसके बाद संभल और आसपास के जिलों में लापता युवकों की जानकारी जुटाई गई, तो पता चला कि मोहल्ला चुन्नी निवासी रूबी ने अपने पति राहुल की गुमशुदगी पहले ही दर्ज करा रखी थी।
पुलिस ने जब रूबी की गतिविधियों पर नजर रखी तो उसके पड़ोसी गौरव के साथ अवैध संबंधों की जानकारी सामने आई। सख्ती से पूछताछ करने पर रूबी और गौरव दोनों टूट गए और उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों ने बताया कि 18 नवंबर की रात राहुल ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, जिसके बाद झगड़ा हुआ और दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने पूरी योजना बनाई। बाजार से प्लास्टिक, बैग खरीदे गए और ग्राइंडर किराए पर लेकर शव के टुकड़े किए गए। इसके बाद शरीर के अंगों को नाले और गंगा में फेंक दिया गया, ताकि पहचान न हो सके। लेकिन एक छोटी सी चूक—कंधे पर गुदा नाम और मोबाइल में मौजूद तस्वीर—पूरी साजिश को उजागर कर गई।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मामला अवैध संबंधों, विश्वासघात और क्रूरता का भयावह उदाहरण है। फिलहाल दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं और मामले की विवेचना जारी है। जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि दोनों बंदियों पर नजर रखी जा रही है और जेल नियमों के अनुसार ही उन्हें रखा गया है।







