
लखीमपुर खीरी के सिंगाही कस्बे में शनिवार को उस समय हलचल मच गई जब गुजरात एटीएस की टीम अचानक संदिग्ध आतंकी सुहेल खां के घर पहुंची। सुहेल को आठ नवंबर को गुजरात से गिरफ्तार किया गया था और उसकी गिरफ्तारी के सात दिन बाद पहली बार एटीएस टीम सीधे सिंगाही पहुंचकर उसके परिजनों से पूछताछ करने लगी। करीब एक घंटे तक टीम ने घर की तलाशी ली और परिवार के सदस्यों से गहन पूछताछ की।
सूत्रों के अनुसार एटीएस अधिकारियों ने घर में मौजूद महिलाओं से अलग कमरे में बातचीत कर सुहेल की दिनचर्या, पढ़ाई, संपर्कों और बीते कुछ महीनों में उसके व्यवहार से जुड़ी जानकारियां जुटाईं। इसी के साथ अधिकारियों ने घर में मौजूद कुछ दस्तावेजों, मोबाइल फोनों और अन्य निजी सामान की भी जांच की। टीम इस बात की पुष्टि करना चाहती है कि सुहेल की गतिविधियों और उसके संपर्कों में कोई संदेहास्पद पहलू तो नहीं है।
जैसे ही लोगों को एटीएस टीम के आने की खबर लगी, घर के बाहर काफी भीड़ जमा हो गई। हालांकि पुलिस ने किसी को भी घर के नजदीक नहीं आने दिया और पूरे क्षेत्र को घेराबंदी में रखा। स्थानीय थाने की पुलिस भी मौके पर मौजूद रही और एटीएस टीम के साथ सहयोग करती रही। थानाध्यक्ष अजीत कुमार के अनुसार गुजरात एटीएस परिजनों से आवश्यक जानकारी जुटा रही है और आगे भी जरूरत पड़ने पर पूछताछ हो सकती है। कस्बे में माहौल तनावपूर्ण जरूर रहा, लेकिन पुलिस की निगरानी में पूरी तरह नियंत्रित भी रहा।
जानकारी के अनुसार, सिंगाही के वार्ड नंबर एक निवासी ट्रैक्टर मिस्त्री सलीम का बेटा सुहेल तीन वर्ष पहले मुजफ्फरनगर में हाफिज की पढ़ाई करने गया था। बताया जाता है कि वह लगभग 15 दिन पहले गुजरात गया था, जहां एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उस पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं और अभी सुरक्षा एजेंसियां उसके गुजरात से लेकर उत्तर प्रदेश तक के संपर्कों और गतिविधियों की जांच कर रही हैं।
एटीएस टीम के लौटने के बाद भी कस्बे में चर्चाएं जारी हैं और लोग सुहेल की गतिविधियों के बारे में तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। जांच एजेंसियां मामले में कई पहलुओं की छानबीन कर रही हैं और आने वाले दिनों में इस मामले के और पहलू उजागर होने की संभावना है।






