
हरिद्वार। श्यामपुर थाना क्षेत्र में मिली अधजली लाश का रहस्य आखिरकार खुल गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि यह वारदात अवैध संबंध, शक और जिद के उस खतरनाक संगम का परिणाम थी, जिसने न केवल एक महिला की जान ली बल्कि कई परिवारों की जिंदगी तबाह कर दी। आरोपी सलमान और उसकी सहयोगी मेहरुन्निशा अब पुलिस हिरासत में हैं, जबकि मृतका सीमा के दो मासूम बच्चे अब मां के साये से वंचित हो गए हैं।
प्यार से शुरू हुई कहानी, अविश्वास पर पहुंची मौत तक
ऊधमसिंह नगर निवासी सलमान कुछ वर्ष पहले सऊदी अरब में काम करता था। वहां से लौटने के बाद उसने ट्रक चलाने का काम शुरू किया और अपने घर का निर्माण कराया। इसी दौरान वह अपने पड़ोस में रहने वाली शादीशुदा महिला सीमा खातून के संपर्क में आया। सीमा के दो बच्चे थे और उसका पति बाइक मैकेनिक था। प्रारंभ में सामान्य रही जान-पहचान धीरे-धीरे प्रेम संबंध में बदल गई।
पुलिस के अनुसार सीमा का बेबाक और बिंदास स्वभाव सलमान को आकर्षित करता था। लेकिन जब सलमान ने दूसरी जगह शादी करने का मन बनाया, तो सीमा ने इसका कड़ा विरोध किया। उसने सलमान को धमकी दी कि वह उसे किसी और से शादी नहीं करने देगी और उसके साथ ही संबंध बनाए रखेगी। सीमा की इस जिद और शक ने सलमान के मन में डर और गुस्सा दोनों भर दिए।
हत्या की रात: फोन कॉल्स, झगड़ा और मौत
17 अक्तूबर की रात सीमा लगातार सलमान को कॉल कर रही थी, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। गुस्से में सीमा ने अपनी परिचित मेहरुन्निशा को साथ लिया और सलमान से मिलने निकल पड़ी। उस समय सलमान अपने ट्रक में माल लादकर देहरादून मंडी जाने की तैयारी में था। ट्रक के पास पहुंचते ही सीमा ने सलमान से बहस शुरू कर दी और फोन न उठाने पर उसे खरी-खोटी सुनाई। झगड़ा इतना बढ़ा कि सीमा ने सलमान को थप्पड़ मार दिया और उसकी बहन-भाभी के बारे में अपमानजनक बातें कही। इससे आगबबूला हुए सलमान ने भी उसे थप्पड़ मारा और गुस्से में अपना आपा खो बैठा। इसी बीच मेहरुन्निशा की मदद से उसने सीमा की चुन्नी से उसका गला कसकर हत्या कर दी।
शव को ठिकाने लगाने की साजिश
हत्या के बाद सलमान और मेहरुन्निशा घबरा गए। उन्होंने शव को जलाकर पहचान मिटाने की योजना बनाई। सलमान ने पहले मेहरुन्निशा को कुंडा के पास उतारा और फिर ट्रक लेकर नगीना पहुंचा, जहां से उसने डीजल खरीदा। इसके बाद वह श्यामपुर की ओर लौटा और हाईवे किनारे सुनसान जगह पर शव को आग लगा दी। यह पूरी वारदात करीब 22 मिनट में पूरी की गई।
सीसीटीवी फुटेज ने सुलझाई गुत्थी
सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी के अनुसार यह केस हरिद्वार पुलिस के लिए शुरू में ‘ब्लाइंड मर्डर’ जैसा था। अधजली लाश मिलने के बाद पहचान करना मुश्किल था। लेकिन मोबाइल सर्विलांस और सीसीटीवी जांच के जरिये पुलिस ने सुराग जुटाए। जांच में सामने आया कि जहां अधिकांश ट्रक दो से तीन मिनट में गुजर रहे थे, वहीं एक सफेद कंटेनर ट्रक एक कैमरे से गुजरने के 22 मिनट बाद दूसरे कैमरे में दिखाई दिया। इसी संदिग्ध समय अंतराल ने पुलिस को सलमान तक पहुंचा दिया। रायवाला में जांच करने पर ट्रक का नंबर मिला और यहीं से मामला सुलझ गया।
पांच महीने में बना प्यार का खौफनाक अंत
पुलिस का कहना है कि सीमा और सलमान का रिश्ता महज पांच महीने पुराना था। लेकिन अविश्वास, जिद और गुस्से ने इस रिश्ते को खून में डुबो दिया। सलमान और मेहरुन्निशा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि सीमा के दो छोटे बच्चे अब अनाथ हो गए हैं।




