
देहरादून। नरेंद्र नगर वन प्रभाग में बाघ के शावक की मौत के बाद हुए पोस्टमार्टम ने वन विभाग और वन्यजीव विशेषज्ञों को चौंका दिया। सामान्यतः बाघ जैसे मांसाहारी जीव के पेट से शिकार किए गए जानवरों के अवशेष मिलते हैं, लेकिन इस बार शावक के पेट से शर्ट के कॉलर का टुकड़ा निकला। यह घटना राज्य बनने के बाद संभवतः पहली बार सामने आई है, जिसने वन्यजीव संरक्षण से जुड़े अधिकारियों को हैरान कर दिया है।
यह मामला जून माह का है जब नरेंद्र नगर वन प्रभाग के शिवपुरी रेंज के अंतर्गत ब्रह्मपुरी-गरुड़ चट्टी पुल के पास एक मादा शावक का शव मिला था। शावक की लंबाई 205 सेंटीमीटर और पूंछ की लंबाई 75 सेंटीमीटर थी। शव कुछ दिन पुराना था, और जब उसका पोस्टमार्टम किया गया तो पशु चिकित्सकों की टीम हैरान रह गई। शावक के पेट में भोजन का कोई अंश नहीं था, बल्कि पेट पूरी तरह खाली था। आश्चर्यजनक रूप से उसमें केवल शर्ट के कॉलर का एक टुकड़ा मिला। मौत का कारण भूख को माना गया।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह अपने आप में पहला मामला है जब किसी बाघ या शावक के पेट में मानव निर्मित वस्तु का अंश मिला है। सवाल यह है कि शर्ट का यह टुकड़ा वहां कैसे पहुंचा। कयास लगाया जा रहा है कि भूख से व्याकुल शावक ने जंगल में कूड़े के रूप में पहुंचे इस कपड़े के टुकड़े को किसी खाने योग्य वस्तु समझकर निगल लिया होगा।
अपर प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) विवेक पांडे ने कहा कि इस तरह का मामला पहली बार सामने आया है और यह इस बात की ओर इशारा करता है कि जंगलों में बढ़ता कूड़ा भी वन्यजीवों के लिए खतरा बनता जा रहा है। यह घटना वन्यजीव संरक्षण और जंगलों की स्वच्छता के प्रति गंभीर चेतावनी है, जिस पर त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।