
देहरादून। चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं का संचालन इस बार बेहद सख्त निगरानी में किया जा रहा है। मई और जून माह में उत्तरकाशी और केदारनाथ क्षेत्र में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन ने हेली सेवाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया है। वर्तमान में गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से छह हेली कंपनियों के सात हेलिकॉप्टर लगातार उड़ान भर रहे हैं।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), डीजीसीए और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की टीम हर उड़ान पर निगरानी रख रही है। मौसम खराब होने पर हेली शटल सेवाओं को रोक दिया जाता है ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके। मौसम विभाग की ओर से केदारघाटी में मौसम की लगातार जानकारी दी जा रही है और उसी आधार पर उड़ानों की अनुमति दी जा रही है।
दूसरे चरण में हेलिकॉप्टर शटल को प्रति घंटा तय किया गया है और किराए में भी लगभग 45 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं में हेली सेवा के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ है। नौ अक्तूबर तक की यात्रा के लिए सभी टिकट पहले ही बुक हो चुके हैं।
पहले चरण की बात करें तो दो मई से शुरू हुई यात्रा में 56,044 यात्री हेलिकॉप्टर से केदारनाथ धाम पहुंचे थे, लेकिन खराब मौसम और अन्य कारणों से 13,000 से अधिक टिकट रद्द करने पड़े। इस बार यात्रा के दूसरे चरण में एएसआई, डीजीसीए और यूकाडा की सख्त निगरानी में सेवाएं जारी हैं, जिससे सुरक्षा और व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है।
प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी तरह की लापरवाही की गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी।