
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह शनिवार को अररिया जिले के फारबिसगंज हवाई फील्ड मैदान में पहुंचे। हेलीकॉप्टर से आए शाह ने नौ जिलों से आए लगभग पांच हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। रैली में उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि भाजपा का चुनाव जीतने का आधार केवल नेता नहीं बल्कि कार्यकर्ता और उनकी मेहनत है। शाह ने कहा कि जहां अन्य पार्टियां केवल नेताओं के दम पर चुनाव जीतने की कोशिश करती हैं, वहीं भाजपा का उद्देश्य सामाजिक मुद्दों और देश की सुरक्षा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस चुनाव का मुख्य मकसद बिहार से घुसपैठियों को बाहर करना है। उन्होंने वादा किया कि यदि NDA बहुमत से जीतती है तो घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें चुन-चुनकर बाहर किया जाएगा। उन्होंने अपने भाषण में बिहार की बाढ़ समस्या पर भी ध्यान दिलाया और कहा कि यह चुनाव बिहार को बाढ़ से मुक्ति दिलाने का अवसर है। शाह ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि इस बार बिहार में चार दिवाली मनाई जाए:
- पहली दिवाली – भगवान राम के अयोध्या लौटने पर।
- दूसरी दिवाली – प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जीविका दिदियों के खातों में 10-10 हजार रुपये भेजने पर।
- तीसरी दिवाली – जीएसटी में 350 वस्तुओं के दाम घटाने पर।
- चौथी दिवाली – NDA की 160 से अधिक सीटों पर जीत सुनिश्चित होने पर।
शाह ने पिछली 2020 विधानसभा चुनाव की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि किशनगंज को छोड़कर अन्य सभी जिलों में भाजपा नंबर वन रही थी, और इस बार किशनगंज में भी जीत सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस घुसपैठियों को वोट का अधिकार देना चाहती है, जबकि भाजपा इसे रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
रैली में उन्होंने बिहार के विकास कार्यों का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने पूर्णिया में मखाना बोर्ड की घोषणा की, भागलपुर में विद्युत संयंत्र का शिलान्यास किया और बिहटा के अलावा छह नए एयरपोर्ट बनाने की योजना बनाई। कोसी लिंक परियोजना के जरिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुँचाई जाएगी। उन्होंने एनडीए सरकार द्वारा सामाजिक पेंशन को 400 रुपए से बढ़ाकर 1,100 रुपए करने का भी उल्लेख किया।
शाह का संदेश स्पष्ट था: यह चुनाव केवल सरकार बनाने का नहीं, बल्कि बिहार से घुसपैठियों को निकालने और विकास कार्यों को तेज करने का चुनाव है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ चुनाव में भाग लें और NDA को बहुमत दिलाएँ।