
देहरादून। उत्तराखंड में इस समय मानसून अपनी आखिरी दस्तक दे रहा है। प्रदेश के पर्वतीय हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है, जबकि मैदानों में मौसम शुष्क और उमस भरा रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 24 सितंबर को देहरादून, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिलों के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और तराई-बेल्ट जैसे मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना नगण्य है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की रफ्तार अब धीमी पड़ चुकी है। इसी कारण बारिश में कमी आई है और तापमान में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है। राजधानी देहरादून में मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से करीब पांच डिग्री ज्यादा था। वहीं न्यूनतम तापमान भी 23.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री ऊपर है। यही नहीं, कुमाऊं और गढ़वाल के अन्य मैदानी इलाकों में भी गर्मी के तेवर तेज हो गए हैं।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार 29 सितंबर तक प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होती रहेगी। इससे पहाड़ों में ठंडक और नमी बनी रहेगी, लेकिन मैदानों में मौसम शुष्क ही रहने का अनुमान है। ऐसे में दिन के समय गर्म हवाएं और उमस लोगों को परेशान करेंगी।
इधर, राजधानी समेत अन्य शहरों में दिन चढ़ते ही धूप चुभन भरी महसूस हो रही है। लोग सुबह और शाम के समय थोड़ी राहत जरूर पा रहे हैं, लेकिन दोपहर तक गर्मी बढ़ने से आमजन बेहाल हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की विदाई से पहले इस तरह की परिस्थितियां सामान्य हैं। बारिश कम होने के कारण नमी घटती है और तापमान में उछाल आता है।
प्रदेश में किसानों के लिए भी यह मौसम चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बारिश न होने से खेतों की नमी घटेगी, जबकि धान जैसी फसलों को पकने के लिए लगातार पानी की आवश्यकता होती है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कुछ दिनों में रुक-रुककर होने वाली हल्की बारिश से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
कुल मिलाकर, उत्तराखंड में मानसून के कमजोर पड़ने से अब गर्मी और उमस ने दस्तक दे दी है। पहाड़ों में हल्की बूंदाबांदी से मौसम सुहावना रहेगा, मगर मैदानों में अगले हफ्ते तक लोगों को चुभन भरी धूप और उमस से जूझना पड़ेगा।