
- ऋषिकेश में सुबह तेज बारिश से ढालवाला क्षेत्र पानी में डूबा।
- कई वाहन जलभराव में फंसे, यातायात घंटों बाधित रहा।
- प्रदेश के कई जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया।
- 18 सितंबर तक हल्की बारिश की संभावना जताई गई।
ऋषिकेश में मची अफरा-तफरी
रविवार सुबह ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में हुई तेज बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दीं। सबसे ज्यादा असर ढालवाला कस्बे में देखने को मिला, जहां पूरा इलाका जलमग्न हो गया। बारिश का पानी सड़कों और गलियों में भर गया। कई जगहों पर तो हालात ऐसे बने कि कारें, बाइक और छोटे वाहन आधे से ज्यादा डूब गए। कुछ वाहन बीच सड़क पर फंस गए, जिन्हें हटाने में स्थानीय प्रशासन और पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय दुकानदारों और घरों में भी पानी घुसने से लोग परेशान रहे। सुबह का समय होने के कारण लोग दफ्तरों और स्कूलों के लिए निकले थे, लेकिन जलभराव ने यातायात को ठप कर दिया।
यातायात प्रभावित
ढालवाला और आसपास के इलाकों में पानी भरने के कारण कई घंटे तक यातायात बाधित रहा। कुछ जगहों पर पुलिस और नगर पालिका कर्मियों को खुद उतरकर वाहनों को बाहर निकालना पड़ा।बारिश रुकने के बाद धीरे-धीरे पानी की निकासी शुरू हुई और यातायात को आंशिक रूप से बहाल किया गया। हालांकि अभी भी निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
राज्य के अन्य हिस्सों का हाल
ऋषिकेश के अलावा देहरादून के कई क्षेत्रों, पौड़ी और हरिद्वार में भी पानी भरने की खबरें मिलीं। पहाड़ी जिलों में लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन और सड़क धंसने की घटनाएं बढ़ी हैं। यमुनोत्री हाईवे पर फूलचट्टी में सड़क धंसने से पैदल आवागमन तक खतरनाक हो गया है। लोग रस्सियों और सहारों के सहारे रास्ता पार कर रहे हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और बागेश्वर जिलों के कुछ इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं तेज बारिश और गर्जन के साथ छींटों की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और नदियों-नालों के किनारे जाने से बचने की अपील की है। आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन विभाग का कहना है कि 18 सितंबर तक प्रदेशभर में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
लोगों की मुश्किलें
ढालवाला के स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बार भारी बारिश के दौरान यहां जलभराव हो जाता है। नगर पालिका की ओर से नालों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्थाओं के बावजूद हालात जस के तस हैं। व्यापारी वर्ग को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है, क्योंकि दुकानों में पानी भर जाने से सामान खराब हो गया।