
पौड़ी गढ़वाल | पौड़ी जनपद के शांत गांव तलसारी में शुक्रवार सुबह अचानक एक दर्दनाक घटना घटित हो गई। गांव के 32 वर्षीय युवक जितेंद्र सिंह नेगी पुत्र सतीश चंद्र ने अपने ही घर में लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और गांव में मातम छा गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आत्महत्या से ठीक पहले जितेंद्र ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इस वीडियो में उसने खुद को आत्महत्या के लिए मजबूर बताए जाने के पीछे भाजपा नेता हिमांशु चमोली का नाम लिया। वीडियो वायरल होते ही न केवल स्थानीय स्तर पर हड़कंप मच गया, बल्कि पुलिस भी तत्काल हरकत में आ गई।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और राजस्व विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस को घर से लाइसेंसी बंदूक और गोली का खोखा भी मिला है।
परिजनों का आरोप और गांव में तनाव
मृतक जितेंद्र के परिजनों का आरोप है कि भाजपा नेता हिमांशु चमोली के साथ पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी दबाव में आकर जितेंद्र ने यह कदम उठाया। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है और लोग इस घटना को लेकर आक्रोशित हैं।
गांववालों का कहना है कि जितेंद्र शांत स्वभाव का युवक था और उसने कभी किसी के साथ विवाद नहीं किया। लेकिन पिछले कुछ समय से वह मानसिक रूप से परेशान दिखाई दे रहा था।
पुलिस का बयान
एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला सामने आया है। हालांकि, वीडियो में लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा,
“वीडियो के आधार पर भाजपा नेता हिमांशु चमोली को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की गहन जांच की जा रही है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
राजनीतिक हलचल
घटना के बाद स्थानीय राजनीतिक हलकों में भी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने भाजपा नेता की गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर सवाल उठाए और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि मामले की सच्चाई सामने आने से पहले किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुँचना चाहिए।
नतीजा
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर किस हद तक पैसों का दबाव और सामाजिक-राजनीतिक रिश्ते किसी इंसान को आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर कर सकते हैं। अब पुलिस की जांच और अदालत का फैसला ही सच को सामने लाएगा।