
चमोली| चमोली जिले में भनेरपाणी भूस्खलन क्षेत्र एक बार फिर मुसीबत का सबब बन गया है। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे यहां अचानक भारी मात्रा में मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर बदरीनाथ हाईवे पर आ गिरे, जिससे मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। इस कारण बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की ओर जा रहे लगभग 300 तीर्थयात्री रास्ते में फंस गए।
सुबह से ठप यातायात
मौसम सामान्य होने के बावजूद भनेरपाणी में करीब 30 मीटर लंबे हिस्से में लगातार भूस्खलन हो रहा है। सुबह से हाईवे पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप पड़ी है। यात्री दोनों ओर फंसे हैं और मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। कई श्रद्धालु सड़क किनारे अस्थायी रूप से रुके हैं, जबकि कुछ ने पास के ढाबों और धर्मशालाओं में शरण ली है।
एनएचआईडीसीएल की राहत कार्यवाही
एनएचआईडीसीएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। जेसीबी और पोकलैंड मशीनें लगातार काम में जुटी हैं, लेकिन भारी बोल्डर और ढलान से गिरते पत्थरों के कारण कार्य में रुकावट आ रही है। अधिकारियों का कहना है कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो कुछ घंटों में मार्ग आंशिक रूप से खोल दिया जाएगा।
तीर्थयात्रियों को चेतावनी
स्थानीय प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर रुकने और बिना अनुमति यात्रा आगे न बढ़ाने की अपील की है। बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की ओर जाने वाले यात्रियों को चमोली और जोशीमठ में ही रोक दिया गया है ताकि मार्ग बहाल होते ही उन्हें सुरक्षित तरीके से भेजा जा सके।
भूस्खलन क्षेत्र की स्थिति चिंताजनक
भनेरपाणी क्षेत्र लंबे समय से भूस्खलन के लिए संवेदनशील माना जाता है। मानसून के दौरान यहां बार-बार मलबा आने और सड़क के टूटने की घटनाएं होती हैं। स्थानीय लोग और व्यापारी भी इस मार्ग के बंद होने से परेशान हैं, क्योंकि यह तीर्थयात्रा सीजन का सबसे व्यस्त समय है।