
हैदराबाद| हैदराबाद में पुलिस ने 5 लाख रुपये की इनामी महिला माओवादी को गिरफ्तार किया है। तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले की रहने वाली महिला माओवादी ने बीटेक की पढ़ाई की है। उसके भाई नरला रवि शर्मा को 2009 में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि माओवादी नरला श्री विद्या उर्फ करुणा है। इसकी शादी डीकेएसजेडसी की राज्य समिति सदस्य तक्कल्लापल्ली वासुदेव राव उर्फ आशन्ना से हुई है। वासुदेव को 24 जुलाई को न्यू हफीजपेट में गिरफ्तार किया गया था। नरला सीपीआई (माओवादी) पार्टी में काम करती थी। वह 1992 में भाई नरला रवि के कहने पर संगठन में शामिल हुई थी। शुरुआत में प्रतिबंधित सीपीआई (एमएल), पीडब्ल्यूजी के प्रमुख संगठन चैतन्य महिला समाख्या के लिए काम करती थी।
2006 में अंडरग्रेजुएट कैडर के रूप में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) पार्टी में शामिल हो गई। श्री विद्या ने विशाखापत्तनम, मलकानगिरी और कूरापुट जिले में आदिवासी बच्चों और युवाओं के बीच संगठन की विचारधारा को बढ़ाया। इसके कारण छत्तीसगढ़ के नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकुमा जिलों के आदिवासी समुदाय के कई निर्दोष लोग प्रतिबंधित संगठन में शामिल हो गए। तमिलनाडु के थूथुकुडी में ‘आवर लेडी ऑफ स्नोज’ महोत्सव का 443वां वार्षिक उत्सव ध्वजारोहण के साथ शुरू हो गया है। इसके बाद दोपहर में बेसिलिका चर्च में मदर मैरी का राजतिलक समारोह आयोजित किया गया। यह धार्मिक पर्व 11 दिनों तक चलेगा और 5 अगस्त को देवी की भव्य रथ यात्रा के साथ संपन्न होगा। हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है, जिससे शहर में भक्तिमय माहौल बन गया है। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए हैं।
मणिपुर पुलिस ने राज्य के दो जिलों से तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों का संबंध प्रतिबंधित संगठनों कांगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से है। इंफाल वेस्ट जिले के सलाम ममांग लैकै से गिरफ्तार किए गए 47 वर्षीय सोरोक्हैबम इनाओचा सिंह के पास से फिरौती के पांच नोट, सील और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। थौबल जिले के ओइनाम साओम्बुंग इलाके से पीएलए की महिला सदस्य ओइनाम रंजिता देवी (38) को पकड़ा गया, जो दुकानों और स्कूलों से वसूली में शामिल थी। एक अन्य पीएलए कैडर अहंथेम सुर्जीत सिंह (29) को थौबल के लेइरोंगथेल पित्रा क्षेत्र से पकड़ा गया। वह नई भर्तियों और जबरन वसूली में सक्रिय था। पुलिस ने सभी मामलों में जांच शुरू कर दी है।
गुजरात के पोरबंदर शहर में 16 वर्षीय लड़की से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। घटना मंगलवार की है। बृहस्पतिवार को उद्योगनगर थाने में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस उपाधीक्षक ध्रुव सुतारिया ने शुक्रवार को बताया कि शिकायत के अनुसार जयराज सुंदावदरा, मल्हार चौहान और राजू मुदियासिया ने दुष्कर्म किया। चौथे आरोपी मेरु सिंघल ने तीनों की मदद की। मल्हार और सिंघल को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य दो फरार हैं। उन्होंने बताया कि चारों आरोपी लड़की को एक प्लॉट पर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया। फिर उसे घर छोड़ दिया। आरोपियों ने उसे सिगरेट से भी जलाया। तेलंगाना हाईकोर्ट ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वाई श्रीलक्ष्मी की ओबुलापुरम माइनिंग कंपनी (ओएमसी) को तरजीह देने के मामले में आरोपमुक्ति की याचिका खारिज कर दी। अब उन पर सीबीआई की विशेष अदालत में मुकदमा चलेगा।
श्रीलक्ष्मी पर 2007 में खनन पट्टे आवंटन में ओएमसी को तरजीह देने का आरोप है। सीबीआई ने श्रीलक्ष्मी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाए थे। हालांकि, श्रीलक्ष्मी का दावा था कि पट्टा आंध्र प्रदेश सरकार ने उनके कार्यभार संभालने से पहले ही आवंटित कर दिया था। मई 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को तीन महीने में मामले की सुनवाई का निर्देश दिया था। इससे पहले, 6 मई को सीबीआई अदालत ने कर्नाटक के पूर्व मंत्री गली जनार्दन रेड्डी और तीन अन्य को सात साल की सजा सुनाई थी, जिसे 11 जून को हाईकोर्ट ने निलंबित कर दिया था। अदालत ने रेड्डी के साथ दोषी ठहराए गए तीन अन्य लोगों की जमानत याचिकाओं को भी स्वीकार कर लिया था।
सीबीआई ने साइबर अपराध गिरोह का भंड़ाफोड़ करते हुए तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। तीनों पर अमेरिकी नागरिकों से फेक कॉल के जरिये करीब 4 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है। सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी ने बृहस्पतिवार को पुणे और मुंबई में सात स्थानों पर छापे मारे थे। छापे की कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रही। एजेंसी ने छापे के दौरान 27 मोबाइल, 17 लैपटॉप से डिजिटल साक्ष्य, 1.60 लाख रुपये की नकदी और 150 ग्राम से अधिक मादक पदार्थ भी जब्त किए। तीनों की पहचान अमित दुबे, तरुण शेनाई और गोंसाल्वेस सावियो के रूप में हुई है। तीनों को मुंबई में एक विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें आगे की पूछताछ के लिए 30 जुलाई तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया। प्रवक्ता ने बताया कि यह सिंडिकेट जनवरी 2025 से पुणे के विभिन्न अपार्टमेंटों से एक कानूनी कॉल सेंटर संचालित कर रहा था, जो फिशिंग कॉल (फर्जी कॉल) के माध्यम से विदेशी नागरिकों को निशाना बनाता था।