
फरीदाबाद। हरियाणा के फरीदाबाद में एक हनीट्रैप और झूठे दुष्कर्म केस के जरिए 50 लाख रुपये की अवैध वसूली की चौंकाने वाली साजिश का पर्दाफाश हुआ है। इस साजिश के मुख्य आरोपी मुकेश नरवत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पहले भी जबरन वसूली के मामलों में आरोपी रह चुका है।
स्पा सेंटर से जुड़ा है पूरा खेल
सेक्टर-16 चौकी पुलिस ने बताया कि आरोपी मुकेश नरवत (40 वर्ष) ग्रीन फिल्ड कॉलोनी का निवासी है और उसका सेक्टर-37 स्थित क्राउन मॉल में एक स्पा सेंटर है। उसने सुनियोजित तरीके से पीड़ित धीरज को एक फिल्म दिखाने के बहाने बुलाया और साथ ही स्पा सेंटर में काम करने वाली एक युवती को भी उसी थियेटर में बैठा दिया, ताकि बाद में उसे झूठे दुष्कर्म केस में फंसाया जा सके।
50 लाख रुपये मांगे, न देने पर फर्जी रेप केस दर्ज
आरोप है कि बाद में मुकेश नरवत ने धीरज को धमकी दी कि अगर उसने 50 लाख रुपये नहीं दिए, तो वह उस युवती से दुष्कर्म का केस दर्ज करा देगा। धीरज के पैसे देने से मना करने पर मुकेश ने स्पा में काम करने वाली उसी युवती से महिला थाना सेंट्रल में 12 जुलाई 2023 को झूठा दुष्कर्म मामला दर्ज करा दिया।
जेल भेजा गया, फिर पैसों के बदले एफिडेविट साइन कराया
धीरज को 26 जुलाई 2023 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इसी बीच आरोपी मुकेश ने 30 जुलाई को 33 लाख रुपये लेकर, अगले दिन 31 जुलाई को युवती से एफिडेविट साइन करा लिया कि उसके साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ। यानी पैसों के बदले केस को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।
हाईकोर्ट से जमानत के बाद शुरू हुई असली लड़ाई
धीरज को 17 नवंबर 2023 को हाईकोर्ट से जमानत मिली। इसके बाद उसने एकम न्याय फाउंडेशन की निदेशक दीपिका नारायण भारद्वाज के साथ हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात कर पूरी घटना की शिकायत की। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मुकेश नरवत, उसके साथी मोंटी चंदीला, और दुष्कर्म केस दर्ज कराने वाली युवती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर एसआईटी का गठन किया।
गिरफ्तारी से पहले अग्रिम जमानत भी खारिज
मुकेश नरवत की अग्रिम जमानत याचिकाएं जिला अदालत और उच्च न्यायालय से खारिज हो चुकी थीं। अब उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
मामला क्यों है अहम?
यह मामला न केवल हनीट्रैप और झूठे मुकदमे के दुरुपयोग को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि कानूनी प्रक्रियाओं का कैसे निजी लाभ के लिए प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही यह पीड़ितों के लिए एक मिसाल भी है कि वे अगर हिम्मत जुटाएं और न्याय की राह पर डटें, तो सच्चाई सामने लाई जा सकती है। जांच जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में इस रैकेट से जुड़े अन्य नाम भी सामने आ सकते हैं।