हिमाचल प्रदेश ( मंडी/ कुल्लू / शिमला/ चंबा ) प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। बीते दो से तीन दिनों के भीतर राज्य में 16 स्थानों पर बादल फटने और 3 जगहों पर अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की घटनाएं सामने आई हैं।
सबसे अधिक तबाही मंडी ज़िले में देखने को मिली, जहां 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग अब भी लापता हैं।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (HP SEOC) की रिपोर्ट के अनुसार, मंडी ज़िले में –
10 लोगों की मौत, 5 घायल, 34 लापता, 11 लोग अब भी फंसे हुए थे, जिन्हें युद्ध स्तर पर बचाने का प्रयास किया जा रहा है। 316 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है।
इसके अलावा
30 पशुओं की मौत, 24 मकान क्षतिग्रस्त,12 गौशालाएं बर्बाद हो गई हैं।
एक जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचा है।
एक पुल व एक वाहन क्षतिग्रस्त हुआ।
राष्ट्रीय राजमार्ग-305 (NH-305) बाधित हुआ।
प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है:
करसोग में NDRF की टीम तैनात
गोहर के लिए NDRF व SDRF की टीम रवाना
थुनाग में SDRF टीम पहुंची कुल मिलाकर 2 SDRF और 2 NDRF टीमों को तैनात किया गया है।
चंबा से भी नुकसान की खबर:
इसके अलावा, चंबा ज़िले की तहसील शिहुंता के गांव हटलि में भारी बारिश के कारण मलबा और पानी लोगों के घरों में घुस गया। स्थानीय प्रशासन ने मौके पर जाकर राहत का कार्य शुरू कर दिया है।