
आगरा/हाथरस। आगरा निवासी 20 वर्षीय युवक कुनाल की बेरहमी से हत्या कर उसका शव हाथरस जिले के सहपऊ क्षेत्र में एक सूखे कुएं में फेंक दिया गया। शव चार दिन बाद सड़ी-गली हालत में मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार युवक की मौत सिर पर किसी भारी वस्तु से प्रहार के कारण हुई थी। शरीर इस हद तक सड़ चुका था कि कीड़ों ने उसे खा लिया था और शव निकालते समय पुलिसकर्मियों के हाथ कांप गए।
घटना ऐसे हुई
बल्केश्वर निवासी देवेंद्र प्रजापति मिठाई और चाट का काम करते हैं। उनका बेटा कुनाल (20) भी कारोबार में हाथ बंटाता था। 27 जून को सुबह 11 बजे वह स्कूटर लेकर घर से निकला और मां को बताया कि कुछ देर में लौटेगा। कुछ समय बाद उसने कॉल कर कहा कि वह हाथरस रोड पर है और पता नहीं ये लोग कहां ले जा रहे हैं, कहीं मार न दें। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया।
चार दिन तक गुमशुदगी, फिर लाश
परिजनों ने 28 जून को हरीपर्वत थाने में तहरीर दी और शक दूधिया परिवार पर जताया, जो पिछले 30 सालों से दूध दे रहा था। पुलिस ने खंदौली क्षेत्र के ग्राम प्रधान पप्पू यादव और उसके बेटे शुभम को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुभम पर ही कुनाल को बुलाने का शक था।
कुएं से मिला सड़ा-गला शव
पूछताछ के आधार पर पुलिस ने 30 जून की रात दो बजे सहपऊ क्षेत्र में तलाशी शुरू की। 1 जुलाई को बाजरे के खेतों के बीच स्थित एक सूखे कुएं में कुनाल का शव सड़ी-गली हालत में मिला। शव को निकालना पुलिस के लिए चुनौती बन गया। जैसे ही रस्सी से बांधने की कोशिश हुई, शरीर की खाल उतरने लगी। बाद में तिरपाल में बांधकर शव को बाहर निकाला गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा
रिपोर्ट के अनुसार युवक की मौत सिर पर भारी वस्तु से वार के कारण हुई थी। शरीर सड़ चुका था, जिससे अन्य चोटों के निशान स्पष्ट नहीं हो सके। शव की हालत देखकर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के भी हाथ कांप गए।
परिजनों का आरोप और प्रदर्शन
मृतक की बहन दीक्षा और चाचा देवकीनंदन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने तलाश में लापरवाही बरती। आरोपियों ने फिरौती के लिए भी फोन किया था। शव मिलने के बाद परिजनों ने सुल्तानगंज की पुलिया पर शव रखकर प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दी। 45 मिनट तक हंगामा चलता रहा।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
कुनाल चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। पिता का आठ महीने पहले एक्सीडेंट हो चुका था, जिसके बाद वह घर का काम संभाल रहा था। उसकी हत्या की खबर सुनकर मां और बहनें बेसुध हो गईं। परिवार में मातम छा गया है।
पुलिस की कार्रवाई
सीओ हिमांशु माथुर ने बताया कि जांच जारी है, शव की रिपोर्ट आगरा भेजी गई है। आरोपी पप्पू यादव और उसका बेटा हिरासत में हैं। मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना न सिर्फ एक नृशंस हत्या को उजागर करती है, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि क्या किसी के साथ पुराने भरोसे और संबंध इतने दर्दनाक अंत में बदल सकते हैं? अब पूरा परिवार न्याय की उम्मीद में है।