
नारनौंद (हिसार) | हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र में घरेलू हिंसा की एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। भैणी अमीपुर गांव की रहने वाली पीड़िता स्वीटी ने अपने पति, सास और ससुर पर खेत में बुलाकर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि उसे पूजा के बहाने खेत में बुलाया गया, जहां उसके पति ने पूरे शरीर पर दांतों से काटा, ससुर ने डंडों से पीटा और सास ने उसकी बेटी को भी बाल पकड़कर खेत में घसीटा।
घटनाक्रम विस्तार से
पीड़िता स्वीटी का विवाह वर्ष 2002 में हुआ था। शादी के बाद से ही पति उसे शराब पीकर प्रताड़ित करता था। 2020 में उसने मारपीट की शिकायत पुलिस में की थी, जिसके बाद वह तीन बच्चों के साथ मायके चली गई और गुजारा भत्ते का केस कोर्ट में चल रहा है।
रविवार को उसकी सास ने फोन कर पूजा के लिए खेत में ज्योत लगाने के बहाने बुलाया। जब वह अपनी बेटी के साथ खेत पहुंची, तो वहां पहले से मौजूद पति, सास और ससुर ने उसे घेर लिया। ससुर ने डंडे से पीटना शुरू किया, सास ने बेटी को बालों से घसीटा और पति ने शरीर पर कई जगह दांतों से काटा और गला घोंटने की कोशिश की।
बेटी भी बनी हिंसा की शिकार
हैरानी की बात यह रही कि इस अमानवीय हमले में पीड़िता की बेटी भी नहीं बच पाई। सास ने उसे बालों से पकड़कर थप्पड़ मारे और खेत में घसीटती रही। घटना के दौरान स्वीटी चिल्लाती रही, लेकिन खेतों में सुनसान इलाका होने के कारण किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी।
भागकर बचाई जान, 112 पर किया फोन
स्वीटी ने जैसे-तैसे अपनी चुन्नी छुड़ाई और बेटी के साथ खेत से भागकर 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। उसके बाद उसने अपने मायके वालों को भी सूचना दी। परिजनों ने उसे तत्काल नागरिक अस्पताल, हिसार पहुंचाया जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि पहले भी जब शिकायत की गई थी, तब पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की थी और अब भी पुलिस टालमटोल कर रही है। नारनौंद थाना प्रभारी बलवान सिंह ने बताया कि महिला के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है।