
पानीपत (हरियाणा)| हरियाणा के पानीपत से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जिसमें एक युवती ने कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए न केवल अपने जीवन को संवारने का साहस दिखाया, बल्कि अपने दो छोटे भाई-बहनों के लिए भी ढाल बन गई। पिता के लापता होने और मां द्वारा दूसरी शादी किए जाने के बाद यह तीनों बच्चे बेसहारा हो गए थे।
बाल विवाह से किया इनकार, भाई को लेकर भागी
2017 में युवती की दादी ने उसे 5 लाख रुपये में 40 वर्षीय व्यक्ति को बेच दिया और जबरन शादी तय कर दी। लेकिन युवती ने शादी से दो दिन पहले हिम्मत दिखाई और अपने छोटे भाई को लेकर घर से भाग निकली। सरपंच की मदद से उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों बच्चों को रेस्क्यू कर सोनीपत के राई स्थित बाल अनाथालय भेज दिया।
भाई-बहनों की नई शुरुआत
अनाथालय में रहते हुए युवती ने 10वीं की परीक्षा 83 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की है, जबकि उसकी छोटी बहन फिलहाल आठवीं कक्षा में पढ़ रही है। युवती ने बताया कि वह अनाथालय में दो साल और रह सकती थी, लेकिन उसने समाज में सम्मान के साथ जीने और अपने भाई-बहनों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया।
दिल को छू लेने वाली पारिवारिक त्रासदी
सेक्टर-29 औद्योगिक थाना क्षेत्र के गांव की निवासी इस युवती की कहानी बेहद मार्मिक है। 2017 में पिता लापता हो गए और मां ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद दादी ने पहले पांच वर्षीय भाई को बेच दिया, फिर छोटी बहन को पानीपत के गोसली गांव में एक परिवार को मात्र 500 रुपये में सौंप दिया। जब खुद की शादी की बात सामने आई, तो युवती को अनहोनी का आभास हुआ और उसने भागने का साहस किया।
अनाथ बच्चों के लिए काम करने की इच्छा
युवती ने अनाथालय में रहते हुए वहां के बच्चों की पीड़ा को करीब से महसूस किया। उसका सपना है कि वह पढ़ाई पूरी कर अनाथ बच्चों के लिए काम करे और उन्हें समाज में सम्मानजनक जीवन दिलाने में मदद करे। वह चाहती है कि उसके भाई-बहन भी पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनें और अपनी पहचान खुद बनाएं।
प्रशासन का सहयोग और सामाजिक समर्थन
महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि यह मामला एक समय मीडिया की सुर्खियों में था। तीनों भाई-बहन अनाथालय में सुरक्षित थे। अब बड़ी बहन बाहर आकर अपने जीवन को फिर से शुरू करने का प्रयास कर रही है। उसने अपनी मां से संपर्क करने की भी कोशिश की, लेकिन मां ने उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया। इसके बावजूद युवती ने हार नहीं मानी और अपने भाई-बहनों को साथ लेकर नए जीवन की ओर कदम बढ़ा दिए हैं।