
बरेली। थाना प्रभारी राजितराम ने बताया कि संयुक्त टीम ने दबिश दी तो गैनी निवासी देवेश पाठक अपनी दुकान पर फर्जी दस्तावेज बनाते मिला। पुलिस को उसके पास से चार लैपटॉप, दो प्रिंटर, एक आई स्कैनर, एक फिंगर स्कैनर, दो फोटो स्कैनर, शर्मा पीसीओ के नाम की चार मोहरें, एक मोबाइल फोन, टैबलेट, छह सिम मिले।
एक पेन ड्राइव, दो डोंगल, दो लैपटॉप चार्जर, एक कीबोर्ड, 14 वोटर कार्ड, चार आधार कार्ड, एक बैंक पासबुक, 10 राशन कार्ड, एक जीपीएस, चार यूएसबी हब, 47 जन्म प्रमाणपत्र, आठ जाति प्रमाणपत्र, तीन मूल निवास प्रमाणपत्र बरामद हुए हैं।
पुलिस ने उसे बृहस्पतिवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। इससे पहले पूछताछ में देवेश पाठक ने पुलिस को बताया कि वह कई साल से लोगों के फर्जी कागजात तैयार करता है।
जिले में फर्जी आधार कार्ड व अन्य प्रमाणपत्र बनाने का धंधा बदस्तूर जारी है। पंद्रह दिन के अंदर सीबीगंज, भोजीपुरा के बाद अब अलीगंज में यह तीसरी कार्रवाई की गई है। बताते हैं कि संबंधित चौकी व थाना स्तर से जानकारी के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है।