
मेरठ। तुषार सैनी की मौत के मामले में पुलिस की जांच हत्या और आत्महत्या के बीच उलझ गई है। पुलिस को हत्या का कोई सबूत अभी तक नहीं मिला है। हिरासत में लिए गए चारों आरोपियों को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया। इस मामले में पुलिस अब इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाएगी। ठोस साक्ष्य मिलने के बाद ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मेडिकल थाना क्षेत्र के सराय काजी निवासी तुषार सैनी पेंटर था। उसका पड़ोस में रहने वाली युवती काजल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। तुषार वर्ष-2023 में उसे लेकर चला गया था। युवती के पिता राजू ने तुषार को नामजद करते हुए मेडिकल थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वह जेल गया था। बाद में जमानत पर जेल से बाहर आ गया था। अब मुकदमा कोर्ट में चल रहा है।
बीते दो माह से तुषार अपनी बड़ी बहन ब्रह्मपुरी निवासी प्राची के पास रह रहा था। बृहस्पतिवार को इस मामले में तुषार की कोर्ट में तारीख थी। वहीं से तुषार युवती को लेकर ब्रह्मपुरी पहुंचा, जहां से तुषार युवती की स्कूटी और मोबाइल छीनकर भाग गया। इसकी सूचना युवती ने थाने पर दी थी। शुक्रवार सुबह भावनपुर थाना क्षेत्र में राली चौहान-गेसूपुर मार्ग काली नदी के पास स्थित मुल्तान की ट्यूबवेल के निकट तुषार का गोली लगा शव पड़ा मिला। उसकी बायी आंख पर गोली लगी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के पास से 315 बोर का तमंचा, काजल की स्कूटी और जेब से 1200 रुपये बरामद किए।
पुलिस ने मोबाइल चालू करते हुए नंबर डायल कर जानकारी की। इस पर युवती ने तुषार पर तमंचे के बल पर ब्रह्मपुरी क्षेत्र से मोबाइल और स्कूटी ले जाने का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस ने तुषार के परिजनों को उसका शव मिलने के बारे में बताया। बाद में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के दौरान उसके दाहिने पैर के जूते से 315 का एक कारतूस भी बरामद हुआ।
तुषार की मां की तहरीर पर काजल और उसके भाई अंकित व बहन कंचन और अंकित के दोस्त मोनू के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। चारों को पकड़कर पुलिस ने उनके बयान दर्ज किए। कोई ठोस सबूत न मिलने पर चारों आरोपियों को 41ए के नोटिस तामील कराकर छोड़ दिया। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि आरोपियों की मोबाइल लोकेशन, सीडीआर और अन्य इलेक्ट्रोनिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। ठोस सबूत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।