
ऊधम सिंह नगर। यूपी में नशे के गढ़ में सैकड़ों की फोर्स के साथ गरजकर एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने सिंडिकेट चलाने वाले अपराधियों को कड़ा संदेश पहुंचाने का काम किया है। प्रदेश के इतिहास में पहली दफा है, जब ऊधमसिंह नगर जिले से इतनी बड़ी फोर्स ने नशा तस्करों के ठिकानों पर दबिश दी है। इस कार्रवाई से पुलिस ने तस्करों के घर में घुसकर नशे के सिंडिकेट की जड़ें हिला दी हैं। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने ऊधमसिंह नगर जिलेभर के पुलिस कर्मियों के साथ बरेली के अगरास, फतेहगंज पश्चिमी और आसपास के अन्य स्थानों में दबिश दी। एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में 300 पुलिसकर्मियों की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस दौरान 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इस कार्रवाई का नेतृत्व एसएसपी ने खुद किया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में खलबली मच गई। आइए जानते हैं कौन है आईपीएस अधिकारी मणिकांत मिश्रा?
उत्तराखंड पुलिस में एक प्रमुख नाम आईपीएस अधिकारी मणिकांत मिश्रा का है, जो वर्तमान में ऊधमसिंह नगर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के पद पर तैनात हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त मिश्रा ने अपने करियर की शुरुआत 2005 बैच में पुलिस सेवा के साथ की और अपनी कर्मठता व नेतृत्व क्षमता के बल पर 2015 में आईपीएस के पद पर पदोन्नति प्राप्त की।
मणिकांत मिश्रा की जिंदगी की सबसे खास बात उनकी पत्नी श्वेता चौबे हैं, जो खुद एक आईपीएस अधिकारी हैं। दोनों की मुलाकात 2005 में एटीआई (अकादमी ऑफ ट्रेनिंग इन इंस्पेक्टर्स) के प्रशिक्षण के दौरान हुई थी। इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और 2006 में उन्होंने विवाह कर लिया। यह प्रेम कहानी पुलिस विभाग और मीडिया में काफी चर्चित रही, क्योंकि दोनों ने एक-दूसरे का साथ देते हुए अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
साल 2005 जुलाई माह में नैनीताल के प्रशिक्षण केंद्र में आईपीएस मणिकांत और श्वेता चौबे की प्रेम कहानी की शुरुआत हुई, जो आगे चलकर पुलिस सेवा में एक मिसाल बन गई। आईपीएस अधिकारी मणिकांत मिश्रा और श्वेता चौबे जब एटीआई (अकादमी ऑफ ट्रेनिंग इन इंस्पेक्टर्स) के एक ही बैच में ट्रेनिंग ले रहे थे, तभी दोनों के बीच पहली मुलाकात हुई। बैच के साथियों के साथ पंजाब जाने की तैयारी के दौरान मणिकांत ने श्वेता के सामने दिल की बात रखी। हालांकि, श्वेता ने उस वक्त कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन इसके बाद के 6 महीने के प्रशिक्षण में दोनों के बीच बातचीत जारी रही 2006 में दोनों ने विवाह कर लिया।
उत्तराखंड पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दूसरे राज्य में छिपकर ड्रग तस्करों को कानून से सुरक्षा नहीं मिलेगी। इस बेहद सफल सीमा पार अभियान के साथ, बल ने ड्रग व्यापार को खत्म करने और युवा पीढ़ी को इसके खतरों से बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। बता दें कि, एसडीआरएफ में सेनानायक पद पर तैनात मणिकांत मिश्र को 2024 में ऊधमसिंह नगर जिले का पुलिस कप्तान बनाया गया है। आईपीएस मणिकांत मिश्र काफी तेजतर्रार अफसरों में गिने जाते है उन्होंने कई जनपदों में बखूबी अपनी जिममेदारी निभाई है।