
कानपुर। कानपुर में बलवा मामले में सोमवार को आठ कांग्रेसियों ने लखनऊ की सीजेएम कोर्ट में समर्पण किया और जमानत अर्जी दाखिल की। उनको तुरंत जमानत भी मिल गई। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश युवा कांग्रेस ने वर्ष 1991 में लखनऊ में प्रदर्शन किया था। हजरतगंज में गिरफ्तारी दी गई थी। बलवा, तोड़फोड़ के मामले में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसी मामले में सालों से गैरहाजिर चल रहे कुछ अभियुक्तों के खिलाफ लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था।
सोमवार को हरिप्रसाद अग्निहोत्री उर्फ हरप्रकाश अग्निहोत्री, शरद चंद्र त्रिवेदी उर्फ शरद त्रिवेदी, संजय बाजपेई, कपिल मिश्रा, पंकज तिवारी, शैलेंद्र चतुर्वेदी, राजेश कुमार अवस्थी और अरुण कुमार दीक्षित ने लखनऊ की सीजेएम कोर्ट में समर्पण किया और जमानत अर्जी दाखिल की। कोर्ट ने हरप्रकाश समेत आठों अभियुक्तों को 25-25 हजार रुपये की दो जमानतों व निजी मुचलके पर रिहाई के आदेश कर दिए। जमानतें दाखिल करने के बाद सभी की रिहाई हो गई।