देहरादून: (उत्तराखंड ) में आज नगर निकाय चुनावों में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने राज्य के निर्वाचन आयोग पर अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की चुनाव की तैयारियों बहुत ही लचर थीं और इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम ही मतदाता के रूप में दर्ज न होने से वे मतदान से वंचित रह गए और इसी प्रकार से पूरे देहरादून समेत राज्य के अधिकांश निकायों से इसी प्रकार की शिकायतें दिन भर आती रही।
आज मतदान पूर्ण होने के बाद अपने ईसी रोड स्थित कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री धस्माना ने कहा कि जब राज्य में बैलेट से चुनाव होने थे तो राज्य निर्वाचन आयोग को पहले ही मतदान केंद्रों व बूथों की संख्या बढ़ानी चाहिए थी जिससे बूथों पर भीड़ कम होती और अधिक से अधिक मतदाता वोट दे पाते किंतु अनेक बूथों पर घंटों इंतजार करने के बाद बड़ी संख्या में लोग थक कर बिना मतदान के वापस चले गए।
उन्होंने कहा कि आज देहरादून नगर निगम क्षेत्र के पचास से ज्यादा वार्डों में जो नजारा उन्होंने देखा उसमें अधिकांश मतदान केंद्रों में बड़ी संख्या में लोग मतदाता सूची में नाम न होने व घंटों खड़े होने के बाद भी वोट ना डाल पाने की शिकायत कर रहे थे।श्री धस्माना ने कहा कि बैलेट को फोल्ड करने की ट्रेनिंग भी ठीक प्रकार से नहीं दी गई थी और अनेक मत पत्र गलत फोल्ड किए गए जिससे मत अवैध घोषित होने की ज्यादा संभावना है। उन्होंने कहा कि कुल मिला कर राज्य निर्वाचन आयोग की व्यवस्थाएं बहुत ही खराब थी।