बिहार (Bihar) के बेगूसराय का रसीदपुर इलाका सामूहिक हत्याकांड से दहल उठा। यहां एक 10वीं के छात्र (17 वर्ष) ने 2 मिनट में 4 हत्याकांड (4 murders in 2 minutes) को अंजाम दिया। नाबालिग ने चाकू से मां-बाप और भाई-बहन की नृशंस हत्या (Begusarai Family Murder) कर दी। नाबालिग लड़के ने हत्या को अंजाम देने के लिए पहले तो क्राइम सीरियल (crime serial) देखकर हत्या का तरीका सीखा। इसके बाद पूरे वारदात को अंजाम दिया।
इस हत्याकांड को जिसने भी सुना उसे पहले तो विश्वास नहीं हुआ। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को जो बाते बताई है वो दंग करने वाली है। लड़के ने बताया कि ‘पापा मेरी बात नहीं सुनते थे। सौतेली मां मुझे मारती पीटती थी। घर में कोई मुझे प्यार नहीं करता था, इसलिए मैंने सबकी हत्या कर दी।
इस संबंध में बेगूसराय के एसपी मनीष कुमार ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि मृतक का सगा बेटा था। पिता की दो शादी थी जिसके बाद से बेटा अपनी दादी और चाची के साथ अलग सोता था। इसी बीच इस घटना को सोए हुए अवस्था में आरोपी ने अंजाम दिया। इसके बाद उसने चाकू और हत्या मे प्रयुक्त चाकू को बलान नदी में फेंक कर रात में ही स्नान कर घर पहुंच गया और अपनी दादी के साथ सो गया।
एसपी मनीष ने बताया कि हत्या के दिन से ही पुलिस को इस बच्चे पर शक था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार को बरामद कर लिया है। जानकारी के अनुसार नाबालिग ने पुलिस को बताया है कि पापा उसकी बात नहीं सुनते थे और सौतेली मां उसे मारती पीटती थी। घर में कोई उसे प्यार नहीं करता था, इसलिए मैंने सबकी हत्या कर दी। 17 साल की उम्र में हत्या की वारदात करने वाला इस नाबालिग के बारे में गांव वालों ने कहा कि आरोपी को दुष्प्रेरित करने में उसकी चाची का हाथ है।
10 अगस्त की रात संजीवन महतो के घर में श्रावणी घड़ी पूजा हुई। संजीवन महतो और संजीता देवी ने मोहल्ले के लोगों के बीच खीर-पूड़ी का प्रसाद बांटा। लेकिन, आरोपी नाबालिग को प्रसाद नहीं दिया। इसके बाद नाबालिग गुस्सा हो गया और हत्या की प्लानिंग कर डाली। रात में चाचा के घर से जानवर बांधने वाला बांस का खूंटा और बड़ा वाला चाकू लिया। इसके बाद रात में ही सो रहे पिता, सौतेली मां और भाई-बहन पर बांस से हमला कर सभी को मौत की नींद सुला दिया।
नाबालिग आरोपी के पुलिस को दिए बयान से गांव वाले और पड़ोसी सहमत नहीं हैं। पड़ोसी ने बताया कि ‘नाबालिग को मोहरा बनाया गया है। असली गुनहगार चाची है, जो पुलिस को चकमा दे रही है। इसकी वजह है कि हत्या में इस्तेमाल किया गया सामान नाबालिग की चाची ने ही बरामद करवाया था। इससे साफ है कि मर्डर की बात उसे भी पता थी।’ इस बारे में थानाध्यक्ष विवेक भारती ने कहा कि ‘आरोपी ने सिर्फ 2 मिनट में घटना को अंजाम दिया है। मामला क्लोज नहीं हुआ है। जांच जारी है। घटना में जो भी शामिल होंगे, वह बचेंगे नहीं।
गांव वालों बताया कि नाबालिग चाची के मोबाइल फोन पर क्राइम सीरियल देखा करता था। उसका पसंदीदा प्रोग्राम क्राइम पेट्रोल और CID सीरियल था। पांच-छह घंटों तक सीरियल देखने की लत थी। सौतेला होने के कारण वह अपने आपको परिवार में तिरस्कृत महसूस करता था। इसी नफरत की आग में 10 अगस्त की रात सिर्फ 2 मिनट में मवेशी बांधने वाले खूंटे और चाकू से इसने चार लोगों की जान ले ली। किसी को शक ना हो, इसलिए उसने ही चारों को मुखाग्नि भी दी।