अल्मोड़ा। अल्मोड़ा-बागेश्वर में बेमौसम की बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई वाहन इन नालों के बहाव में बह गए। मकानों और दुकानों में मलबा घुस गया। कारें, बाइकें भी मलबे में दब गईं। बागेश्वर जिला अस्पताल में वृद्धों के लिए बनाए गए वार्ड में पानी भर गया, मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा। ग्रामीण सड़कों के साथ ही कई मुख्य मार्ग भी मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गए। इससे पर्यटक फंस गए हैं।
अल्मोड़ा-कौसानी हाईवे पर 24 घंटे बाद भी आवाजाही शुरू नहीं हो सकी। ओलावृष्टि से फलों और फसलों को भी व्यापक नुकसान हुआ है। अल्मोड़ा के सोमेश्वर क्षेत्र में बुधवार रात हुई बारिश के बाद यहां के चनौदा, अधूरिया और जाल धौलाड़ गांव में आफत मच गई।
यहां पहाड़ी से भारी मात्रा में निकला मलबा और बोल्डर घरों में घुस गए। दूसरे दिन पुलिस, प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला। टीम सुबह से घरों, सड़कों और रास्तों से मलबा हटाने जुटी रही। बिजली गिरने से ताकुला विकासखंड को बिजली आपूर्ति करने वाली 33 केवीए लाइन में खराबी आ गई। ऐसे में क्षेत्र के 200 गांवों में बिजली गुल रही।
मंडलसेरा में कुंती नाला उफान पर आ गया। नाला उफान पर आने से रातभर लोग दहशत में रहे। कपकोट में सड़क पर खड़ी पोकलेन बहकर गधेरे में जा गिरी। बनलेख-झांकरा सड़क पर बन रहे मोटर पुल का ढांचा गिर गया। बागेश्वर जनपद ग्रामीण अंचलों तक 13 मोटर मार्गों में यातायात बाधित हो गया।