देहरादून। पेपर लीक प्रकरण के दौरान उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंपी गईं समूह-ग की 22 में से 12 भर्तियां उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को लौटा दी गई है। बची हुई भर्तियां दूसरे चरण में लौटाई जाएंगी। अब इन भर्तियों की जिम्मेदारी यूकेएसएसएससी संभालेगा। कार्मिक विभाग ने इसका शासनादेश जारी कर दिया।
दरअसल, वर्ष 2022 में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक प्रकरण सामने आने के बाद भर्तियों की रफ्तार कायम रखने के लिए सरकार ने समूह-ग की 22 भर्तियां आयोग से लेकर राज्य लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) को सौंप दी थी। इसके लिए बाकायदा उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (कृत्यों का परिसीमन) संशोधन विनियम 2022 लाया गया था।
इसके बाद आयोग के अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व आईपीएस जीएस मर्तोलिया को सौंपी गई। उन्होंने आयोग की सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करते हुए सरकार से भर्तियां लौटाने का आग्रह किया था। इस बीच समूह-ग की भर्तियों के दबाव के चलते यूकेपीएससी की खुद की भर्तियां प्रभावित हो रही थीं। आखिरकार बुधवार को शासन ने 12 भर्तियां यूकेएसएसएससी को लौटा दीं। ये सभी भर्तियां अब यूकेपीएससी की परिधि से बाहर हो गई हैं। अपर सचिव ललित मोहन रयाल ने इस संबंध में आदेश जारी किया।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती, पटवारी-लेखपाल भर्ती, सहायक लेखाकार-लेखा परीक्षक भर्ती, अनुदेशक-कर्मशाला अनुदेशक भर्ती, वन विभाग स्केलर भर्ती, वैयक्तिक सहायक भर्ती, मुख्य आरक्षी पुलिस दूरसंचार, मत्स्य निरीक्षक भर्ती, वाहन चालक भर्ती, कनिष्ठ सहायक भर्ती, वन आरक्षी भर्ती और बंदीरक्षक भर्ती। इन 12 में से जिन भर्तियों की चयन प्रक्रिया यूकेपीएससी शुरू कर चुका है, वह वही पूरा कराएगा। उनके नए अधियाचन यूकेएसएसएससी को आएंगे। जिन भर्तियों के अधियाचन लंबित हैं, वे यूकेएसएसएससी के माध्यम से ही होंगी।