रुद्रपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सिख विवाह समारोहों के लिए जल्द ही आनंद मैरिज एक्ट (आनंद कारज एक्ट अधिनियम) लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सिख परंपरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के सूत्र को जीवंत करने का काम कर रही है। सीएम ने जिले में विभाजन विभीषिका स्मृति स्थल का निर्माण कराने की घोषणा भी की।
रामपुर रोड स्थित एक रिजॉर्ट में हुए युवा सिख सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रपुर से अमृतसर के लिए ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्री से वार्ता की जाएगी। पांच लाख तक के किसानों के ऋण पर स्टांप ड्यूटी की छूट पहले की तरह जारी रहेगी और वर्ग चार की जमीनों के लिए नियमितीकरण की नीति को आगे बढ़ाया जाएगा।
यह भी कहा कि गोविंदघाट से हेमकुंड साहब तक बनने वाले रोपवे से 19 किमी की पैदल चढ़ाई नौ मिनट में पूरी हो जाएगी। सीएम के अनुसार सरकार ने देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून बनाया और लैंड व लव जेहाद, भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्यवाही की है।
ये भी बोले सीएम
- तराई को आबाद करने में सिख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। प्रथम गुरु गुरुनानक देव से लेकर दशमेश गुरुओं के किसी न किसी रूप में तराई में चरण पड़े थे और उनके ही आशीर्वाद से इस धरती को कृषि, उद्योग, विकास के क्षेत्र में मिनी भारत के रूप में पूरी दुनिया में जाना जाता है।
- गुरुनानक देव से लेकर गुरु तेगबहादुर तक सभी गुरुओं ने राष्ट्र को पहले रखा और पूरे राष्ट्र व धर्म को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया।
- नानकमता साहिब में हमेशा लंगर की व्यवस्था रहती है। सिखों की ओर से सेवा भाव के साथ कार्य किया जाता है। पीएम ने ध्यान रखा कि लंगर में जीएसटी न लगे।
- करतारपुर साहब नानक साहिब में 120 करोड़ की लागत से कॉरिडोर, 1984 के दंगों पर एसआईटी बनाकर दोषियों को सजा, अफगानिस्तान की तालिबानी हुकूमत से पवित्र गुरुग्रंथ साहिब को पूरे सम्मान से हिंदुस्तान लाने का कार्य भी प्रधानमंत्री ने किया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प से ही पूरे देश में वीर बालदिवस मनाया जा रहा है।
रुद्रपुर। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बाजपुर के 20 गांवों के जमीनों की समस्या को वह उलझाने नहीं सुलझाने में भरोसा रखते हैं। इसके लिए राजस्व विभाग की कमेटी काम कर रही है। इस समस्या का स्थायी हल निकालेंगे। जब काम होगा तो खुद बोलेगा। सीएम बोले, मैं आपके बीच का ही हूं।
भाइयों, बहनों को धूप, ठंड, बारिश में धरने पर बैठे देखकर कष्ट होता है। वह उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प लेकर कार्य कर रहे हैं। इसमें जनता का सहयोग और समर्थन चाहिए। जब संवेदनशील प्रधानमंत्री मोदी हैं तो आपके मन में कोई संशय नहीं रहना चाहिए। संवाद
किसने क्या कहा
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख समाज के लिए जितना सोचा और कार्य किए, उतना किसी ने नहीं किया। सिख के सम्मान की खातिर प्रधानमंत्री मोदी ने किसान आंदोलन के दौरान जारी किया आदेश वापस लिया था। सिख समाज त्याग और बलिदान के लिए जाना चाहता है। सकारात्मक सोच के साथ मुख्यमंत्री धामी काम करते हैं। आज आपने एकजुटता जाहिर कर एक कदम आगे बढ़ाया है, सरकार दस कदम आपकी ओर बढ़ाएगी।– सौरभ बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने सिख के सम्मान का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री मोदी की वजह से 1984 में हुए दंगे के दोषियों को सजा मिली है। प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा, यूपी के सीएम योगी और उत्तराखंड के सीएम धामी सिख समाज को उजाड़ना नहीं बल्कि ताकत देना चाहते हैं। सिख भाजपा के साथ हैं और साथ रहेंगे। भाजपा के पक्ष में खड़े हों और सारी चिंता पीएम मोदी पर छोड़ दें। – बलदेव सिंह औलख, राज्य मंत्री यूपी सरकार
बाजपुर को बंदूक के साम्राज्य से हटाकर औद्योगिक क्षेत्र में बदलने और स्थानीय नौजवानों को मालिक बनाने का काम किया। लेकिन कांग्रेस की सरकार आई तो नौजवानों को मालिक से नौकर बनाने का कार्य हुआ। बाजपुर के 20 गांवों का मामला मुख्यमंत्री हल करेंगे। कुछ अधिकारियों के पाप को पनपने नहीं देंगे, चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े। आप इलाके के मालिक हो, आपको कोई उजाड़ नहीं सकता है। – अरविंद पांडेय, विधायक गदरपुर
सिख ने धर्म के वास्ते झुकना नहीं बल्कि शीश कटाना मंजूर किया। विभाजन विभीषिका स्मृति स्थल बनाया जाए। इसके साथ ही रुद्रपुर से अमृतसर ट्रेन चलाने, वर्ग चार की नियमितिकरण की नीति का समय बढ़ाने, रुद्रपुर में गुरु तेग बहादुर के नाम पर किसी चौक का नाम रखने, आनंद कारज एक्ट को पूरी तरह से लागू करने, सिख बहुल बच्चों वाले विद्यालयों में पंजाबी भाषा पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। – शिव अरोरा, विधायक रुद्रपुर
सिख बड़ा और हिंदू छोटा भाई है। भाजपा ने कभी सिखों को वोट बैंक नहीं समझा। राष्ट्र के लिए जितना बलिदान सिखों ने किया है, उतना किसी ने नहीं किया है। – राजेश शुक्ला, पूर्व विधायक किच्छा