देहरादून। धारचूला में काली नदी पर तटबंध बना रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से पथराव किए जाने के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ हम कोई टकराव नहीं चाहते हैं। हम उनसे अच्छे रिश्ते रखकर चलने वाले देश हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नेपाल से हमारा केवल दोस्ताना रिश्ता नहीं है, बल्कि वह हमारा भाई है। यदि कोई समस्या होगी तो मिल बैठकर उसे सुलझा लिया जाएगा। जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयरपोर्ट पर मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री ने यह बात कही।
उनसे जब यह पूछा गया कि धारचूला में काली नदी पर तटबंध बना रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से पथराव किया जा रहा है। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि नेपाल दोस्ताना देश ही नहीं मैं कहूं कि नेपाल मेरा भाई है। हम भाई की तरह संबंध रखते हैं। उसे परिवार के रूप में देखते हैं। कोई समस्या होगी तो मिल बैठकर इसे सुलझा लेंगे। पड़ोसी देशों के साथ हम कोई टकराव नहीं चाहते हैं। हम उनसे अच्छे रिश्ते रखकर चलने वाले देश हैं।
उत्तराखंड से नेपाल का तो रोटी-बेटी का रिश्ता फिर यह पथराव क्यों? इस प्रश्न पर राजनाथ ने कहा कि नेपाल पूरे भारत का है। कोविड महामारी की रोकथाम को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में अपने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
राजनाथ ने देश की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में आप जैसे उद्यमी युवाओं ने 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न बनाए हैं। देश में आठ साल में 80,000 से ज्यादा स्टार्ट अप्स बने हैं। यानि भारत के युवाओं में जो इंटरप्रिन्योरशिप हमेशा से रही है, उसे आज नया विस्तार और नया आकार मिल रहा है।