
उत्तराखंड के टिहरी जिले से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला एक बेहद अमानवीय मामला सामने आया है, जहां छोटे भाई के साथ की गई बेरहमी ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। भिलंगना ब्लॉक के लसियाल गांव में अपने ही सगे भाई और भाभी पर छोटे भाई के दोनों हाथ कटवाने का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और घटनास्थल से अहम साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक जांच यूनिट को भी भेजा गया है।
बालगंगा तहसील के लसियाल गांव निवासी पीड़ित अंग्रेज सिंह बिष्ट (25) ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 20 दिसंबर की रात उसका बड़ा भाई पूरब सिंह और भाभी अंजलि महाराष्ट्र से गांव पहुंचे थे। देर रात दोनों उसके कमरे में आए और बिना किसी स्पष्ट कारण के उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। जब अंग्रेज सिंह ने जान बचाने के लिए भागने की कोशिश की, तो भाई ने दरवाजे पर खड़ी भाभी से चाकू लेकर उस पर हमला कर दिया।
इस हमले में अंग्रेज सिंह के दोनों हाथ बुरी तरह जख्मी हो गए। खून से लथपथ हालत में वह किसी तरह वहां से भागने में सफल रहा और रात में ही गांव में रह रहे नेपाली परिवार के घर जाकर मदद मांगी। इसके बाद सुबह वह अपने चाचा के घर पहुंचा, लेकिन वहां से भी उसे कोई सहायता नहीं मिल सकी। मजबूरी में वह दिनभर घर में ही पड़ा रहा।
शाम को उसी का बड़ा भाई पूरब सिंह उसे इलाज के लिए बेलेश्वर अस्पताल ले गया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि एक हाथ बच सकता है और प्राथमिक उपचार के बाद उसे पिलखी भेज दिया गया। हालांकि पिलखी से हालत गंभीर देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। अंततः अंग्रेज सिंह को ऋषिकेश के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने डॉक्टरों से हाथ बचाने की गुहार लगाई, लेकिन जब उसे होश आया तो दोनों हाथ काटे जा चुके थे।
पीड़ित का कहना है कि उसका परिवार में किसी के साथ कोई आपसी विवाद नहीं था और वह समझ नहीं पा रहा कि उसके साथ इतनी बड़ी हैवानियत क्यों की गई। घटना के बाद क्षेत्र में गहरा आक्रोश और भय का माहौल है। लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि पारिवारिक रिश्तों में इस हद तक क्रूरता कैसे आ सकती है।
थानाध्यक्ष अजय कुमार जाटव ने बताया कि पीड़ित की ओर से दी गई नामजद तहरीर के आधार पर आरोपी भाई पूरब सिंह और भाभी अंजलि को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को 25 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल एक आपराधिक मामला है, बल्कि समाज के भीतर बढ़ती संवेदनहीनता और पारिवारिक रिश्तों में टूटते विश्वास की भयावह तस्वीर भी पेश करती है, जिसने पूरे टिहरी जिले को झकझोर कर रख दिया है।




