
देहरादून। अक्सर लोग जब उत्तराखंड का नाम सुनते हैं, तो उनके मन में देवभूमि की पवित्रता, हिमालय की गोद में बसे मंदिरों और प्राकृतिक सौंदर्य की छवि उभरती है। लेकिन इस राज्य की खूबसूरती सिर्फ उसके धार्मिक स्थलों तक सीमित नहीं है — उत्तराखंड के पांच प्रमुख शहर देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, रुड़की और रुद्रपुर में संस्कृति, इतिहास, शिक्षा, और आधुनिकता का अनोखा संगम देखने को मिलता है। ये शहर न केवल पर्यटन के दृष्टिकोण से समृद्ध हैं बल्कि उत्तराखंड की आत्मा को करीब से महसूस करने का अवसर भी प्रदान करते हैं।
उत्तर प्रदेश से अलग होकर वर्ष 2000 में अस्तित्व में आए उत्तराखंड को कुमाऊं और गढ़वाल दो भागों में विभाजित किया गया है। इसे “देवभूमि” कहा जाता है क्योंकि यहां असंख्य मंदिर, आश्रम और धार्मिक स्थल स्थित हैं। परंतु इन स्थलों के साथ-साथ राज्य के प्रमुख शहर भी अपने-अपने विशिष्ट आकर्षण और विशेषताओं के कारण यात्रियों को अपनी ओर खींचते हैं।
देहरादून: शिक्षा और प्राकृतिक सुंदरता का केंद्र
राजधानी देहरादून उत्तराखंड का सबसे बड़ा और प्रमुख शहर है। दून घाटी में बसा यह शहर अपनी हरियाली, सुखद जलवायु, और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहां सहस्त्रधारा, टपकेश्वर महादेव मंदिर, रॉबर्स केव (गुच्छूपानी) और मालसी डियर पार्क जैसे स्थान पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। देहरादून को ‘शिक्षा की राजधानी’ भी कहा जाता है क्योंकि यहां डून स्कूल और आईएमए जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं।
हरिद्वार: आस्था और अध्यात्म की नगरी
उत्तराखंड का दूसरा सबसे बड़ा शहर हरिद्वार गंगा तट पर बसा है और हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। यहां हर की पौड़ी पर हर शाम होने वाली गंगा आरती अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। कुंभ मेला के समय यहां लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं। मनसा देवी, चंडी देवी और राजाजी नेशनल पार्क इस शहर के प्रमुख आकर्षण हैं।
हल्द्वानी: कुमाऊं का प्रवेश द्वार
कुमाऊं क्षेत्र में स्थित हल्द्वानी राज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह शहर अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। गौला नदी के किनारे बसा यह शहर नैनीताल का प्रवेश द्वार कहलाता है। यहां शीतला देवी मंदिर, हिडिंबा पर्वत, कालीचौड़ मंदिर और गौला बांध जैसे स्थल दर्शनीय हैं।
रुड़की: तकनीकी और इतिहास का संगम
उत्तराखंड का चौथा बड़ा शहर रुड़की अपनी ऐतिहासिक और शैक्षणिक पहचान के लिए जाना जाता है। गंगा और यमुना नदियों के बीच बसा यह शहर भारत के पहले इंजीनियरिंग संस्थान — आईआईटी रुड़की — के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा पिरान कलियार शरीफ, क्रिस्टल वर्ल्ड, और सोलानी पार्क पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
रुद्रपुर: आधुनिकता और परंपरा का मेल
उधम सिंह नगर जिले का रुद्रपुर उत्तराखंड का पांचवां बड़ा शहर है, जिसकी स्थापना राजा रुद्रचंद ने की थी। यह कुमाऊं मंडल का प्रमुख औद्योगिक केंद्र है और तेजी से विकसित हो रहा आधुनिक शहर बन चुका है। यहां मोटेश्वर महादेव मंदिर, अटरिया मंदिर और लेक पैराडाइज जैसे स्थल इसकी सुंदरता और धार्मिकता दोनों को दर्शाते हैं।
इन पांच शहरों की यात्रा केवल प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव नहीं देती, बल्कि यह बताती है कि उत्तराखंड में आधुनिक विकास और पारंपरिक संस्कृति एक साथ किस प्रकार फल-फूल रहे हैं। चाहे आप शिक्षा, अध्यात्म, इतिहास या पर्यटन के शौकीन हों — उत्तराखंड के ये शहर आपके दिल में अपनी अनूठी छाप अवश्य छोड़ जाएंगे।




