
देहरादून, 23 जून — केदारनाथ धाम की हेलीकॉप्टर सेवा का पहला चरण समाप्त हो गया है, और अब यह सेवा सितंबर में मानसून समाप्त होने के बाद दोबारा शुरू की जाएगी। मानसून के कारण खराब मौसम और हालिया दुर्घटनाओं को देखते हुए सभी हेली कंपनियों ने अपने हेलिकॉप्टर केदारघाटी से वापस बुला लिए हैं।
हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने पुष्टि की है कि अब यह सेवा यात्रा के तीसरे चरण में फिर से शुरू होगी, जब मौसम अनुकूल हो जाएगा।
अब तक का हेली सेवा संचालन
-
इस वर्ष 2 मई से शुरू हुई यात्रा के लिए डीजीसीए ने 8 हेली कंपनियों को 9 हेलिकॉप्टरों की उड़ान की अनुमति दी थी।
-
यात्रा के पहले चरण में मौसम खराबी और तकनीकी कारणों से कुल 13,304 टिकट रद्द हुए, जिससे हेली कंपनियों को 8.65 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
-
2 से 16 मई के बीच भारत-पाक तनाव और मौसम खराबी के कारण 1,638 टिकट रद्द हुए।
प्रमुख घटनाएं और दुर्घटनाएं
-
7 जून को क्रिस्टल कंपनी का एक हेलिकॉप्टर बडासू से उड़ान के दौरान रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर आपात लैंडिंग करने को मजबूर हुआ।
-
इसके बाद डीजीसीए ने सभी हेली कंपनियों के कार्यालयों का निरीक्षण किया और उड़ानों के लिए नई शटल व्यवस्था लागू की गई, जिससे टिकट रद्दीकरण की संख्या और बढ़ गई।
-
15 जून को आर्यन हेली कंपनी का हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी की ओर उड़ान भरते समय गौरी माई खर्क क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट समेत सात यात्रियों की मौत हो गई।
-
इस हादसे के बाद डीजीसीए ने हेलिकॉप्टर सेवा दो दिन के लिए बंद कर दी थी।
-
ट्रांस भारत कंपनी के दो पायलटों के लाइसेंस को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया और आर्यन कंपनी के प्रबंधन के खिलाफ जांच व केस दर्ज किया गया।
भविष्य की योजना
हेली सेवा अब मानसून के बाद सितंबर में ही फिर से शुरू होगी। तब तक यात्रा पैदल मार्ग और अन्य विकल्पों के ज़रिए ही की जा सकेगी। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि मौसम की गंभीरता को देखते हुए यात्रा के दौरान सावधानी बरतें और केवल प्रामाणिक स्रोतों से अपडेट लें।
यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा और खराब मौसम के बीच हेलीकॉप्टर संचालन में आ रही कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।