
चंडीगढ़। आज अचानक आपको तेज और डरावना सायरन सुनाई दे तो घबराएं नहीं। यह कोई आपातकालीन स्थिति नहीं है, बल्कि एक मॉक ड्रिल (Mock Drill) है, अर्थात युद्ध जैसी स्थिति के लिए तैयारी करने का अभ्यास। इस दौरान, एक ‘युद्ध सायरन’ बजेगा, जो लोगों को बताएगा कि युद्ध या हवाई हमले जैसी स्थिति में क्या करना है। वहीं लखनऊ, श्रीनगर और मुंबई में आज से ही पुलिस, SDRF समेत अन्य रेस्क्यू टीमों को युद्ध के दौरान बचने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
1971 के युद्ध के बाद यह पहली बार है जब भारत सरकार ने इस तरह के मॉक ड्रिल का आदेश दिया है। अन्य उपायों में दुर्घटना की स्थिति में ब्लैकआउट उपाय, महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा, तथा निकासी योजनाओं को अद्यतन करना और उनका पूर्वाभ्यास करना शामिल है।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, यह मॉक ड्रिल जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा सहित देश के सभी 244 चिन्हित नागरिक सुरक्षा शहरों और जिलों में आयोजित की जाएगी। इन क्षेत्रों को रणनीतिक दृष्टि से संवेदनशील माना गया है, जहां किसी भी संभावित युद्ध की स्थिति में खतरा अधिक हो सकता है।