
गाजीपुर। गाजीपुर के शहर कोतवाली क्षेत्र के चंदन नगर निवासी श्याम सिंह ने अपने दिवंगत पिता के खाते से रुपये निकल जाने की शिकायत की है। आरोप लगाया कि उनके दिवंगत पिता के खाते से लाखों रुपये निकाल लिए गए, जबकि वह उस खाते के नॉमिनी हैं और उन्हें इसकी खबर तक नहीं है। उन्होंने एक पंजीकृत एजेंट पर आरोप भी लगाए। डाक विभाग मामले की जांच कराने की बात कही है। अवधनाथ सिंह बैंक में कैशियर और उनकी पत्नी पवढारी देवी जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापिका थीं। दोनों लोगों ने अपने जीवनकाल में विभिन्न वित्तीय योजनाओं में लाखों रुपये जमा किए।
इसी दौरान 18 फरवरी 2020 को पवढारी देवी और 15 मई 2022 को अवधनाथ सिंह का निधन हो गया। लेकिन, उन्होंने अपने खाते में नॉमिनी अपने बेटे श्याम सिंह को बनाया था। श्याम सुंदर सिंह का आरोप है कि पिता के परिचित व शहर कोतवाली क्षेत्र के शिव पूजन नगर कॉलोनी प्रकाश नगर निवासी एक व्यक्ति आए। उन्होंने पिता के निधन पर शोक जताते हुए मदद करने की बात कही। शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपी की पत्नी डाक विभाग की पंजीकृत एजेंट हैं, जिनके माध्यम से उन्होंने पिता के खाते में जमा धनराशि निकलवाकर देने का भरोसा दिलाया था।
विश्वास में लेकर उन्होंने 12 अलग-अलग विड्रॉल फाॅर्म पर हस्ताक्षर कराए और कहां कि कुछ दिन में 20 लाख का किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र और अन्य योजनाओं में निवेश कर के सभी पासबुक दे देंगे लेकिन मृतक क्लेम फॉर्म पोस्ट ऑफिस से अस्वीकृत होने की बात कहकर कुछ दिन का समय लिया। इसी बीच, नौ जून 2022 को मैसेज आया कि डेढ़ लाख रुपये निकाले गए हैं। इस पर उनसे संपर्क किया तो उसी दिन पंजीकृत मोबाइल नंबर को बदलवा दिए। इससे लेन-देन की जानकारी नहीं हो पाई और वे गुमराह करते रहे। जरूरत पड़ने पर बैंक खाते को चेक किया तो पता चला कि 800 रुपये ही शेष हैं, जिसके बाद पता चला कि अकाउंट से अलग-अलग तिथियों में बैंक से रुपये निकाले गए हैं।
आरोप है कि आरोपी ने श्यामसुंदर और उनकी पत्नी के संयुक्त खाते से भी रुपये निकाले हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि उनकी बिना जानकारी के ही तीन फंडिंग खाता भी खोला गया था। उसमें जमा रुपये निकाल लिए गए। आरोप है कि डाकखाने पर जाने पर पता चला कि उनके हस्ताक्षर अंग्रेजी और हिंदी में किए गए हैं, जो उनके नहीं थे। इसकी उन्होंने तीन फरवरी को डाक अधीक्षक से शिकायत की है। डाक अधीक्षक पीके तिवारी ने बताया कि शिकायत मिली है। कमेटी बनाकर जांच कराई जा रही है, जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई होगी।