
कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 24 अप्रैल को प्रस्तावित यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को कानपुर पहुंचे, लेकिन जैसे ही उनकी वापसी का वक्त हुआ, हेलीपैड पर कुछ ऐसा हुआ जिसने वहां मौजूद हर अधिकारी की धड़कनें तेज कर दीं। दरअसल, जब मुख्यमंत्री योगी का हेलीकॉप्टर टेक ऑफ कर रहा था, तभी वह अचानक तेज हवा के दबाव में डगमगा गया और कुछ सेकंड तक हवा में असंतुलित होकर दिशा बदलने लगा। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि पायलट को हेलीकॉप्टर को तत्काल 90 डिग्री घुमाकर दोबारा हेलीपैड पर लैंड कराना पड़ा। यह पूरी घटना करीब 4:45 बजे की है, जब सीएम योगी चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय परिसर से लखनऊ के लिए रवाना हो रहे थे।
हालांकि इस तकनीकी संकट से पायलट की सूझबूझ ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। दोबारा से लगभग 10 मिनट की जांच और हवा के सामान्य होने के बाद हेलीकॉप्टर ने सफलता पूर्वक उड़ान भरी। तब तक हेलीपैड पर मौजूद जिले के आला अफसरों की सांसें अटकी रहीं। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए, बल्कि एक पल को वहां हड़कंप का माहौल बन गया।
सीएम योगी का कानपुर दौरा बेहद व्यस्त रहा। उन्होंने नयागंज मेट्रो स्टेशन से लेकर रावतपुर तक अंडरग्राउंड मेट्रो रूट का निरीक्षण किया और खुद मेट्रो में सफर कर तकनीकी और सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, सांसद भोला सिंह और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। करीब 1:00 बजे से 3:50 बजे तक कानपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने पनकी थर्मल पावर स्टेशन से लेकर मेट्रो स्टेशन और फिर चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली स्थल का निरीक्षण किया। वहां चल रही तैयारियों को लेकर अधिकारियों से उन्होंने बिंदुवार जानकारी ली और निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री मोदी 24 अप्रैल को कानपुर में 20631 करोड़ रुपये की कुल 11 परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले हैं, जिनमें आठ परियोजनाओं का लोकार्पण और तीन का शिलान्यास शामिल है। इन योजनाओं में पनकी थर्मल पावर प्लांट, नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स, मेट्रो विस्तार और कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यक्तिगत रूप से इन सभी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और पीएम की रैली को लेकर चल रही तैयारियों की बारीकी से पड़ताल की।
हेलीकॉप्टर के डगमगाने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर अफसरों को चौकन्ना कर दिया है। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय परिसर में बने हेलीपैड पर हवा की दिशा और दबाव को लेकर पूरी निगरानी के बावजूद ये घटना हुई, जिससे साफ है कि तकनीकी और प्राकृतिक दोनों ही कारण सुरक्षा को चुनौती दे सकते हैं। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह सुरक्षित हैं और प्रशासन ने दोबारा उड़ान भरने से पहले सभी आवश्यक परीक्षण सुनिश्चित किए। रावतपुर मेट्रो स्टेशन से निकलने के बाद मुख्यमंत्री योगी सीधे पीएम की प्रस्तावित जनसभा स्थल पहुंचे, जो कि चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित है। यहां उन्होंने 40 मिनट तक अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें बैठने की व्यवस्था, मंच निर्माण, पार्किंग, सुरक्षा घेरा और आगंतुकों के प्रवेश और निकास की योजना की समीक्षा की गई।
प्रवास का पूरा टाइमलाइन:
12:00 बजे: सीएम योगी पहुंचे चकेरी एयरपोर्ट, कानपुर
1:30 बजे: पहुंचे पुलिस लाइन, फिर नयागंज मेट्रो स्टेशन
2:00 बजे: रावतपुर मेट्रो स्टेशन पहुंचे
2:45 बजे: प्रधानमंत्री के रैली स्थल का निरीक्षण
3:20 से 4:00 बजे: जनसभा स्थल पर समीक्षा बैठक
4:45 बजे: हेलीपैड पर टेक ऑफ के समय हेलीकॉप्टर डगमगाया
5:00 बजे: दोबारा टेक ऑफ, सीएम लखनऊ रवाना
सीएम योगी के हेलीकॉप्टर के अचानक असंतुलित होने की इस घटना के बाद कानपुर जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। पायलट की सूझबूझ और त्वरित निर्णय क्षमता की सभी अधिकारी खुले दिल से तारीफ कर रहे हैं। अगर कुछ सेकंड की भी देरी होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। पीएम मोदी की कानपुर रैली को लेकर पूरे प्रदेश में सियासी सरगर्मी चरम पर है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ का कानपुर दौरा सिर्फ प्रशासनिक नहीं बल्कि रणनीतिक भी माना जा रहा है। यह दौरा यह संकेत देता है कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहती।