देहरादून। मनी लांड्रिंग में गिरफ्तारी का डर दिखाकर साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट कर 1.50 लाख रुपये ठग लिए। कुछ ही देर में पीड़ित ने अपने बेटे को इसके बारे में बताया तो ज्यादा ठगी से बच गया। ठगों ने पीड़ित को झांसे में लेने के लिए सीबीआई को शामिल करते हुए डर दिखाया। शिकायत पर पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हाथीबड़कला के शक्ति कॉलोनी निवासी अवनीश कुमार अग्रवाल ने नगर कोतवाली पुलिस को शिकायत करते हुए बताया कि 17 दिसंबर को उन्हें फोन आया, जिसने बताया कि उनके मोबाइल की सेवा दो घंटे के लिए समाप्त कर दी जाएगी। इसपर उनके कहने पर नौ नंबर दबाया तो फोन पुलिस स्टेशन मुंबई से जुड़ गया। फोन पर उसने खुद सब इंस्पेक्टर संदीप राव बताया। जिसने मनी लांड्रिंग के मामले में बताकर कार्रवाई का डर दिखाया गया।
ठग ने डर दिखाते हुए कहा कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। इस दौरान ठगों ने पीड़ित को अलग कमरे में जाने और किसी को कमरे में न आने को भी कहा गया। झांसे में लेने के लिए एक व्यक्ति का फोटो भी भेजा गया। पीड़ित को गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए बैंक में जमा रकम की जांच को कहा। झांसा दिया गया कि जांच के बाद रकम वापस कर दी जाएगी। पीड़ित ने गिरफ्तारी के डर से 1.50 लाख रुपये जमा कर दिए।