बाजपुर। रविवार सुबह बाजपुर के गांव फौजी कॉलोनी निवासी अमित कुमार कार से अपने साथी हरदीप सिंह के साथ गांव बरहैनी जा रहा था। बन्नाखेड़ा क्षेत्र स्थित एक स्टोन क्रशर के पास नजदीक पीछे आ रही कार ने टक्कर मार दी। विरोध करने पर माइनिंग कर्मियों ने लाठी डंडों से पीटकर अमित को घायल कर दिया। साथ ही युवक की कार भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दी। मोबाइल फोन भी छीनकर ले गए। सूचना पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने बाजपुर गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी प्रधान कुलविंदर सिंह की अगुवाई में पुलिस चौकी बन्नाखेड़ा में हंगामा कर प्रदर्शन किया। उन्होंने चौकी में तहरीर सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
आरोपी माइनिंग कर्मियों पर मुकदमा दर्ज नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। कमेटी अध्यक्ष कुलविंदर सिंह किंदा और भाजपा नेता अनंत जैन ने कहा कि माइनिंग कर्मचारी दबंगई दिखाकर धामी सरकार को बदनाम कर रहे हैं। बैलगाड़ी से उप खनिज घरेलू प्रयोग में लाने वाले को पकड़कर प्रताड़ित करते हैं। उनसे भी वसूली करते हैं। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। पूरी घटना से सीएम धामी को अवगत कराया जाएगा। वहां मनोज जोशी, विशाल शाह, सोनू मंड, सर्वजीत सिंह, गोविंद, विक्रमजीत सिंह, कामरान, कौशर उस्मान आदि रहे। बन्नाखेड़ा पुलिस ने बताया कि माइनिंग कंपनी के कार्तिक ने भी तहरीर दी है। दोनों तहरीर पर जांच की जा रही है।
भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि जिस तरीके से क्षेत्र में माइनिंग कर्मचारियों ने दहशत मचा रखी है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार ने माइनिंग कंपनी को खुली लूट दे रखी है। आम लोगों को पीटना, चोटिल करना, सड़कों पर रोक कर आर्थिक शोषण करना आम बात हो गई है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विपक्ष की चुप्पी भी हैरान करने वाली है। कहा कि बाहरी राज्य की कंपनी कर्मचारी उत्तराखंड के लोगों का खुलेआम उत्पीड़न कर रहे हैं, जो शर्मनाक है।