गुवाहाटी। असम गैंगरेप के मुख्य आरोपी तफजुल इस्लाम की तालाब में डूबने से मौत हो गई है। पुलिस आरोपी तफजुल को सुबह करीब चार बजे क्राइम सीन (अपराध स्थल) पर लेकर जा रही थी। उसी दौरान आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन डूबने से उसकी मौत हो गई। इस घटना के दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी तफजुल इस्लाम को सुबह करीब चार बजे अपराध स्थल पर ले जाया गया था। इस दौरान आरोपी ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की और तालाब में कूद गया। पुलिस ने तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया, लेकिन करीब दो घंटे की तलाश के बाद उसका शव बरामद किया गया।
नागांव के एसपी स्वप्निल डेका ने बताया कि आरोपी को जब सुबह हाथों में हथकड़ी लगाकर अपराध स्थल पर ला जाया जा रहा था तो आरोपी ने पुलिकर्मियों को धक्का देकर वहां से भागने की कोशिश की और इस कोशिश में तालाब में कूद गया। इसके बाद तुरंत ही एसडीआरएफ को सूचना दी गई। सूचना पाकर एसडीआरएफ के जवानों ने मौके पर पहुंचकर आरोपी की तालाब में तलाशी के लिए अभियान चलाया। करीब दो घंटे की तलाशी के बाद उसका शव बरामद कर लिया गया। सामूहिक दुष्कर्म के दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है और उनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
आरोपी तफजुल इस्लाम के गांववालों ने उसके शव को दफनाने से इनकार कर दिया है। आरोपी बोरभेती गांव का निवासी था। गांववालों ने शनिवार की सुबह फैसला किया है कि आरोपी के शव को गांव के कब्रिस्तान में दफनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी और न ही गांव का कोई व्यक्ति उसके जनाजे में शामिल होगा। गांववालों का कहना है कि तफजुल ने गांव का नाम बदनाम किया है। गांव के लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में गांव की मस्जिद तक मार्च भी किया।
असम के नागांव जिले के धींग में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किया गया था। पीड़िता गुरुवार शाम को ट्यूशन पढ़कर साइकिल से अपने घर लौट रही थी। इसी दौरान मोटरसाइकल से आए तीन आरोपियों ने उसके साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपी पीड़िता को तालाब के पास सड़क किनारे बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने घटना की जांच के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था और अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
दुष्कर्म की इस घटना से लोगों में गहरी नाराजगी थी और इसके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और स्थानीय लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक अनिश्चितकालीन बंद का एलान कर दिया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी घटना की कड़ी आलोचना की और इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने खुद राज्य के डीजीपी को घटना की जांच पर नजर रखने का निर्देश दिया।
सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने शुक्रवार रात को आरोपी की गिरफ्तारी पर दिए अपने बयान में कहा कि ‘दुष्कर्म जैसे मामलों से निपटने के तरीके में बंगाल और असम में यही अंतर है। बंगाल में महिलाओं को प्रताड़ित करने वाले अपराधियों को पुलिस द्वारा बचाया जाता है। वहीं असम में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।’ जिस अस्पताल में पीड़िता का इलाज चल रहा है, वहां भी सरकार के एक मंत्री ने जाकर पीड़िता का हालचाल पूछा।