बीकानेर। बीकानेर जिले में तेज बारिश के बाद लोगों को हो रही परेशानी से आक्रोशित कांग्रेसी पार्षद ने हंगामा करते हुए यूआईटी तहसीलदार और कर्मचारी को पंप हाउस में बंद कर दिया। जिससे माहौल गर्मा गया। मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने पार्षद को जबरन गाड़ी में डालकर थाने ले गई। बताया जा रहा है कि देर रात हुई बारिश के बाद ड्रेनेस सिस्टम की अव्यवस्था के कारण सूरसागर से धोबीधोरा जाने वाले क्षेत्र में दीवार ढह गई। क्षेत्र में पानी जमा होने के कारण यहां के निवासियों में डर पैदा हो गया।
जिसे लेकर रात से क्षेत्र के पार्षद महेन्द्र सिंह बडगुजर ने प्रशासन, निगम और न्यास के अधिकारियों को सूचना दी। सुबह आठ बजे तक सुनवाई नहीं होने पर लोगों का गुस्सा फूट गया और जब ऑफिस टाइम में पंप हाउस पर न्यास के अधिकारी व कार्मिक पहुंचे तो उन्हें अंदर बंद कर दिया। जिससे माहौल गर्म हो गया और सदर थाना पुलिस को मौके पर बुलाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस और पार्षद में खासी बहसबाजी हुई।
पार्षद इस बात को लेकर अड़ गए कि मौके पर अधिकारी आकर बात करें और हालात देखकर व्यवस्था करें। इस पर पुलिस पार्षद महेन्द्र को खसीटते हुए जीप में डालकर थाने ले गई। इससे आक्रोशित लोगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचकर प्रदर्शन करना किया। गौरतबल रहे कि रात को हुई तेज बारिश के बाद सूरसागर में धोबीधोरा की तरफ से तेज पानी के बहाव के चलते सूरसागर की रेलिंग टूट गई। दीवार ढहने के साथ साथ सड़क धंस गई।
अंधेरा, बारिश और सड़क धंसने के साथ नाले की तरह पानी बहने की सूचना से डरे लोग नियंत्रण कक्ष में फोन करने लगे। लोगों का आरोप है कि नियंत्रण कक्ष से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक को फोन करते रहे। सुबह लगभग छह बजे ट्रैफिक पुलिस के कुछ सिपाहियों ने अवरोधक लगाकर इस तरफ आने-जाने का रास्ता रोक दिया। लगभग नौ बजे यूआईटी के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो लोगों का गुस्सा फूट गया।
बताते हैं कि इस वक्त मौके पर पार्षद महेन्द्रसिंह बडग़ुजर भी मौजूद थे। अधिकारी ने रूखा जवाब दिया तो लोगों ने उन्हें सूरसागर के पंप हाउस में बंद कर दिया। इसके साथ ही हंगामा बढ़ गया। अधिकारी को घेरने या बंद करने की सूचना के साथ ही पूरा पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया। भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। पार्षद महेन्द्रसिंह को एक साथ कई पुलिस वालों ने पकड़ लिया। लगभग घसीटते हुए गाड़ी में डालकर सदर थाना ले गए।