दिल्ली। दक्षिण-पूर्व जिले के अमर कॉलोनी थाना क्षेत्र में मणिपुर की युवती की दुष्कर्म करने के बाद हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। उसका शव मंगलवार रात को नेहरू प्लेस के पास स्थित आस्था कुंज पार्क में मिला। अमर कॉलोनी थाना पुलिस ने युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस ने मणिपुर में रह रहे युवती के परिजनों को सूचना दे दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों के आने के बाद युवती के शव को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
अमर कॉलोनी थाने में तैनात पुलिसकर्मी मंगलवार रात करीब साढ़े बारह बजे गश्त करते हुए आस्था कुंज पार्क में पहुंचे। यहां पुलिसकर्मियों ने देखा कि एक युवती अचेत पड़ी हुई है। युवती के मुंह से झाग निकल रहे थे। नाक से खून निकल रहा था। कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। पुलिसकर्मियों ने युवती को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में पता लगा कि युवती मणिपुर की रहने वाली है। वह अमर कॉलोनी में रहकर छोटा-मोटी नौकरी करती थी। दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती जांच में ये पता नहीं लग रहा है कि युवती की मौत कैसे हुई है।
देखने में ऐसा लग रहा है कि उसका मुंह दबाया गया है या फिर गला घोंटकर हत्या की गई है। जिस तरह युवती के कपड़े फटे हुए है उससे लग रहा है कि युवती को पार्क में घसीटा गया है। उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि लड़की को मिर्गी के दौरे पड़ते थे। संभवत: उसकी मौत इसी रोग से हुई हो। पुलिस इन सभी एंगलों से जांच कर रही है। असल वजह का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में गाली-गलौज का विरोध करने पर पड़ोसियों ने दो भाइयों पर चाकू से हमला कर दिया।
चाकू के कई वार करने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। जख्मी हालत में दोनों भाइयों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया, जहां एक भाई को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक की शिनाख्त विक्की सोनी (30) के रूप में हुई है। इसके छोटे भाई रिक्की (27) का अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपी सारांश और इसके पिता प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया गया है। विक्की अपने परिवार के साथ बी-ब्लॉक, जीडी कालोनी, गाजीपुर में पहली मंजिल पर रहता था।
इसके परिवार में मां के अलावा बहन पलक, पत्नी मोनिका, दो बेटे व आठ माह की बेटी, छोटा भाई रिक्की व उसकी पत्नी रिंकी है। मोनिका व रिंकी सगी बहनें है। इसी बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर सारांश का परिवार रहता है। सारांश के परिवार में पिता प्रदीप, मां बॉबी, भाई अपूर्व व अन्य सदस्य हैं। विक्की साप्ताहिक बाजार में मोबाइल का जुड़ा सामान बेचने का काम करता था। मंगलवार देर रात करीब 11.30 बजे वह परिवार के साथ खाना खा रहा था। इस बीच सारांश ने घर में झगड़ा शुरू कर दिया। वह जोर-जोर से गाली-गलौज करने लगा।
हंगामा हुआ तो विक्की ऊपर सारांश के घर पहुंचा और शोर-शराबा न करने के लिए कहने लगा। उसने कहा कि घरों में महिलाएं हैं गाली-गलौज न करें। इस बात पर सारांश और उसके पिता भड़क गए। आरोप है कि पिता प्रदीप ने विक्की को पकड़ा और सारांश ने उसके सीने और हाथ में चाकू से कई वार कर दिए। भाई के चिल्लाने की आवाज सुनकर रिक्की वहां पहुंचा तो उस पर भी चाकू से हमला कर दिया गया। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। घायलों को पीसीआर की मदद से अस्पताल ले जाया गया, जहां विक्की को मृत घोषित कर दिया गया। रिक्की का इलाज जारी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को जीडी कालोनी से दबोच लिया। आरोपी प्रदीप सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है, जबकि सारांश बेरोजगार है।
बाहरी दिल्ली के निहाल विहार इलाके में नाइजीरियन नागरिक की गोली मारकर हत्या करने की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस संबंध में मोहित, राकेश और अभिषेक नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल स्कूटी व अन्य सामान बरामद कर लिया गया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि नाइजीरियन नागरिक ड्रग्स बेचने का धंधा करता था। तीनों लड़कों व इनके साथियों ने विदेशी को ड्रग्स के लिए पैसे दिए थे। बार-बार मांगने पर भी वह न तो ड्रग्स दे रहा था और न ही रुपये वापस कर रहा था।
इस वजह से उसकी हत्या की गई। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि छह जुलाई को निहाल विहार थाना पुलिस को खबर मिली कि चंद विहार, निलोठी गांव में एक नाइजीरियन नागरिक को गोली मार दी गई। पश्चिम दिल्ली के ख्याला स्थित रघुबीर नगर में एक युवक की घर के पास ही दौड़ा-दौड़ाकर चाकू से वारकर हत्या कर दी गई। मृतक की शिनाख्त लक्ष्य (23) के रूप में हुई है। घर के पास गली में हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया। बाद में फरार हो गए। परिजन लक्ष्य को गुरु गोविंद सिंह अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। क्राइम टीम के अलावा एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। इस दौरान भीड़ तमाशबीन बनी रही। किसी ने उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। लक्ष्य अपने परिवार के साथ जेजे कालोनी, रघुबीर नगर में रहता था। इसके परिवार में पिता संजय उर्फ सोनू के अलावा मां और एक बहन है। लक्ष्य पार्लर एकेडमी में काम करता था। मंगलवार रात को वह अपने घर पर मौजूद था। इस बीच एक युवक उसे बुलाकर गली में ले गया। वहां पहले से मौजूद चार लड़कों ने अचानक उस पर हमला कर दिया। लक्ष्य जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ता रहा। इस बीच आरोपी दौड़ा-दौड़ाकर उसे चाकू मारते रहे। परिजनों को खबर मिली तो वह उसे फौरन अस्पताल लेकर भागे, लेकिन वहां पहुंचने पर उसे पता चला कि लक्ष्य के मौत हो चुकी है।