गोरखपुर। सिंटू हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने रविवार को महिला मित्र समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि भांजे के साथ अवैध संबंध में बाधक बनने पर महिला ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर पूर्व प्रेमी सिंटू कुमार की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
न्नई में काम करने वाले चिलुआताल थाना क्षेत्र के बेलपार उर्फ गुरुनगर निवासी सिंटू कुमार की हत्या कर 19 जून को शव गुलरिहा स्थित चिलुआताल के फैलहवा घाट के पास फेंका गया था। पोस्टमार्टम में गले, सिर व नाक पर चोट पाई गई थी।
27 जून को पुलिस की ओर से जारी फोटो देखकर पिता रामसूरत निषाद ने शव की पहचान बेटे सिंटू के रूप में की थी। शनिवार को रामसूरत ने गुलरिहा पुलिस को तहरीर देकर महिला मित्र के अलावा वृजेंद्र निषाद, गणेश निषाद और शिवकुमार के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने रविवार को महिला मित्र समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया।
पुलिस लाइंस में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई और सीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि गुलरिहा क्षेत्र की रहने वाली महिला की शादी 12 साल पहले चिलुआताल क्षेत्र निवासी एक युवक से हुई थी। शादी के बाद पति बंगलूरू कमाने चला गया।
इस दौरान पत्नी का अपने भांजे वृजेंद्र निषाद से संबंध हो गया। इसके तीन वर्ष बाद ससुराल के बगल के गांव में रहने वाले सिंटू कुमार से भी महिला की आंखें चार हो गईं। सिंटू चेन्नई कमाने चला गया। दो साल तक दोनों के बीच बातें होती रहीं। जब भी सिंटू गांव आता था, महिला उससे मिलने जाती थी।
पुलिस ने बताया कि इसकी जानकारी होने के बाद भांजा वृजेंद्र महिला को सिंटू से दूर रहने के लिए बार-बार बोलता था। महिला ने जब दूरी बनाने का प्रयास किया तो सिंटू अंतरंग वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। इस बीच महिला अपने मायके चली गई।
वहां पर चेन्नई से सिंटू को बुलाया। सिंटू दो दिन महिला के मायके में रुका भी था। इसके बाद महिला ने वृजेंद्र, आकाश और शिव कुमार के साथ मिलकर सिंटू को डंडे से पीट-पीटकर मार डाला और शव चिलुआताल के फैलहवा घाट के पास फेंक दिया। पुलिस को महिला और वृजेंद्र के मोबाइल फोन में कई साक्ष्य मिले, जिसके जरिए घटना का पर्दाफाश किया गया।