गोपेश्वर (चमोली)। यदि आप चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं, तो आप बदरीनाथ धाम के दर्शनों के साथ ही प्रकृति के दीदार की हसरत भी पूरी कर सकते हैं। बदरीनाथ क्षेत्र में स्थित उर्गम घाटी में तीर्थाटन और पर्यटन के लिहाज से कई ऐसी जगह हैं, जो मन को आनंदित और सुकून देती हैं। यहां वर्षभर पर्यटकों की आवाजाही बनीं रहती है।
इसी घाटी में पंचम केदार कल्पेश्वर मंदिर भी स्थित है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ से 10 किमी पहले हेलंग नामक स्थान से उर्गम घाटी के लिए अलग से सड़क मार्ग जाता है। यह मार्ग करीब 16.50 किमी है। तीर्थयात्री उर्गम घाटी में तीर्थाटन के साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य, झरने, दुर्लभ वन्यजीव और कलकल बहती कल्पगंगा के दीदार कर सकते हैं।
उर्गम घाटी में प्रसिद्ध कल्पेश्वर मंदिर, पंचबदरी में से एक ध्यान बदरी, विश्वनाथ मंदिर, घंटाकर्ण मंदिर, उर्वाऋषि आश्रम, गौरा देवी मंदिर, केदार मंदिर, फ्यूंला नारायण और बंशी नारायण मंदिर दर्शनीय हैं। यहां से द्वितीय केदार मद्महेश्वर, चतुर्थ केदार रुद्रनाथ और बदरीनाथ धाम जाने के लिए ट्रैक रूट भी जाता है।