देहरादून। लगातार दूसरे दिन भी चारधाम समेत गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। वहीं, निचले क्षेत्रों में सुबह से ही रुक-रुककर वर्षा होती रही, जिससे कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। न्यूनतम तापमान में तीन से 17 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई। प्रदेश के करीब 120 गांव हिमच्छादित होने से उनका मुख्य मार्गों से संपर्क कट गया है। 50 से अधिक गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित है।
केदारनाथ धाम में चार फीट बर्फबारी रिकार्ड की गई है। इसके अलावा बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, तुंगनाथ, औली, हेमकुंड साहिब, गोरसों, मध्यमेश्वर, देवरियाताल, बधाणीताल, चिरबटिया, तोषी, गौंडार, रांसी, मनसूना, हर्षिल, चौखंबा, समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी को रही है। केदारनाथ धाम में तापमान लगातार शून्य से 17 डिग्री सेल्सियस नीचे तक बना हुआ है।
उधर, उत्तरकाशी जनपद की यमुना घाटी के शीतकालीन प्रवास खरसाली, जानकीचट्टी, रानाचट्टी, कुपड़ा, कुठार, दुर्बिल, निसनी, सरनौल, बसराली व पुरोला ब्लाक की सर बडियार पट्टी क्षेत्र के आठ गांवों, हर्षिल घाटी के मुखवा, धराली, हर्षिल, बगोरी, सुक्की, झाला, जसपुर, पुराली, मोरी ब्लाक के ऊंचाई वाले गांव बर्फ से लकदक हो गए हैं।
चमोली जिले में 66 गांव हिमच्छादित हैं, जहां पैदल रास्ते, सड़क मार्ग बर्फ से ढक चुके हैं। गोपेश्वर-चोपता-ऊखीमठ हाईवे, बदरीनाथ हाईवे व औली मोटर मार्ग बर्फ से अवरुद्ध हैं। बर्फ से विश्व प्रसिद्ध औली मार्ग फिसलन भरा है। रुदप्रयाग जनपद की चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। वहीं, निचले इलाके गुप्तकाशी, उखीमठ, अगस्त्यमुनि आदि बाजार में सुबह से ही वर्षा का सिलसिला जारी है।
उधर, कुमाऊं मंडल के उच्च हिमालय में भारी हिमपात हुआ। मुनस्यारी के नया बस्ती, जोहार, व्यास और दारमा घाटी, खलिया टाप, कालामुनि, बिटलीधार, बलाती, पातलथौड़, रातापानी में हिमपात हो रहा है। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ सहित पूरे मंडल में वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार से मौसम से राहत के आसार है। केवल 2,500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली चोटियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। निचले क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाये रह सकते हैं।