लखनऊ। लखनऊ में एसटीएफ ने मंगलवार को इंदिरानगर के तकरोही में किराए के मकान में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर नो लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें दो मास्टरमाइंड और अन्य सात गिरोह के सदस्य हैं। ये सभी अलग-अलग देशों के नागरिकों को कॉल कर झांसा देकर उनसे ठगी करते थे। पिछले एक साल में करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया। एसटीएफ ने आरोपियों के बैंक खाता का भी ब्योरा जुटा उनको फ्रीज कराया है। इंदिरानगर थाने में आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
एसटीएफ एएसपी अमित कुमार नागर ने बताया कि विशाल मीना और जीशान खान में तकरोही में एक मकान किराए पर लिया था। इसी मकान में छापा मारकर कॉल सेंटर पकड़ा गया। ये दोनों मास्टरमाइंड हैं। इसके अलावा जिन सात आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है वे सभी कॉल सेंटर में सात-10 हजार रुपये प्रति माह नौकरी करते थे। इनका काम विदेशी नागरिकों से काल पर बातचीत करना रहता था।
आरोपियों के पास से 22 मोबाइल, तीन लैपटॉप, दो इंटरनेट राउटर, तीन आधार कार्ड, सात एटीएम, एक कार व ज्वैलरी बरामद हुई। पूछताछ करने के बाद एसटीएफ ने आरोपियों पर इंदिरानगर थाने में केस दर्ज कराया। अब आगे की तफ्तीश पुलिस करेगी। एसटीएफ ने पूरी जानकारी व साक्ष्य पुलिस से साझा किए हैं। गिरफ्तार आरोपी स्नातक पास हैं।
एसटीएफ के मुताबिक आरोपियों के पास अमेरिका, कनाडा, शिकागो, लेबनन, हांगकांग, ब्रिटेन समेत तमाम देशों के नागरिकों का डाटा रहता था। इसमें उनका नाम, मोबाइल नंबर, ई-मेल एड्रेस व घर का पता आदि शामिल रहता था। आरोपी नागरिकों को ई-मेल भेजकर दावा करते थे कि उनके सिस्टम पर पेपाल, नॉर्टन एंटी वायरल व माइक्रोसॉफ्ट लाइसेंस एक्टीवेट/रिन्यू कर दिया गया है।
मेल में एक टोल फ्री नंबर लिखा रहता था। ईमेल देखकर विदेशी नागरिक दिए गए नंबर पर संपर्क करते थे। जब वह लाइसेंस डिएक्टिवेट करने को कहते थे तो आरोपी उनको कई एप के माध्यम से उनके सिस्टम का रिमोट एक्सेस हासिल कर लेते थे। सेवा डिएक्टिवेट करने के लिए एक मुश्त रकम की मांग करते थे। ये रकम सीधे खातों में ट्रांसफर न करवाकर वहां के गिफ्ट कूपन का कोड उससे लेते थे। इस तरह से वह ठगी को अंजाम देते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
– विशाल मीना उर्फ मंजीत, तकरोही इंदिरानगर (मूल पता कोटा राजस्थान )
– कर्तुल्यान मतीन खान, अब्बास लेन कोलकाता
– खालिद रजा, हावड़ा कोलकाता
– दीपक जायसवाल, जौनपुर
– बख्तियार अली, कोलकाता
– शोएब, कोलकाता
– मुदस्सिर आलम, कोलकाता
– जीशान खान, कोलकाता
– अर्पित मौर्या, अयोध्या