मेरठ। मेरठ में आज सुबह लोहियानगर स्थित एक मकान में चल रही साबुन और पटाखा फैक्टरी में जोरदार विस्फोट हुआ। धमाके से चार किमी तक के दायरे में लोगों के मकान हिल गए। आसपास के तीन मकान भी धराशायी हुए हैं। वहीं कई मकानों के शीशे टूट गए। फैक्टरी क्षेत्र में स्थित सत्यकाम स्कूल के नजदीक चल रही थी। गनीमत रही कि स्कूल का समय नहीं था और बच्चे स्कूल में नहीं थे। वहीं जांच में सामने आया कि फैक्टरी बिना अनुमति चल रही थी।
हादसा इतना जबरदस्त था कि रेस्क्यू के दौरान भी कई धमाके हुए। आगे देखें कितना भीषण था यह विस्फोट। लोहियानगर में मंगलवार सुबह लोग जोरदार धमाके के साथ जागे। यहां एक मकान में संचालित साबुन व पटाखा फैक्टरी में हुए जोरदार विस्फोट से पूरा इलाका दहल गया। धमाका इतना तेज था कि जिस तीन मंजिला मकान में फैक्टरी चल रही थी, उसके साथ ही आस पास के दो-तीन मकान और धराशायी हो गए।
हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है, वहीं दस से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को मेडिकल में भर्ती कराया गया है। वहीं डीएम व मजिस्ट्रेट समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। डीएम दीपक मीणा के अनुसार पटाखा फैक्टरी जैसी बात सामने नहीं आई है मौके से काफी मात्रा में साबुन बिखरा मिला है। वहीं मौके पर भारी मात्रा में पटाखे भी बिखरे मिले हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मकान की एक मंजिल पर साबुन बनाया जा रहा था तो वहीं एक मंजिल पर अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे। उनका कहना है कि मकान के सबसे निचले हिस्से में एक व्यक्ति का परिवार भी रहता था। उसे किसी ने बाहर जाते हुए भी नहीं देखा और इस परिवार को कोई सुराग नहीं लगा है। मकान में कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
धमाका इतना जबरदस्त था कि 33 केवी की लाइन के खंभे भी टूट गए। सड़क पर जा रहे कई लोग घायल हो गए। करीब 3 से 4 किमी तक आस पास के मकान धमाके से हिल गए। जो मकान धराशायी हुआ है वह किसी संजय गुप्ता का बताया जा रहा है जो गौरव त्यागी नाम के व्यक्ति ने किराए पर ले रखा था। पुलिस मौके पहुंचकर छानबीन कर रही है।
जिस मकान में फैक्टरी संचालित थी, सत्यकाम स्कूल के पास ही है। विस्फोट स्कूल के समय से पहले हुआ अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता था। विस्फोट से तीन मकान गिरने के साथ दूरदराज तक के मकान भी हिल गए। राहत-बचाव कार्य के लिए गाजियाबाद से एनडीआरएफ को भी मौक पर बुलाया गया है। बताया गया कि पुलिस की टीम राहत-बचाव कार्य में लगी थी कि इस दौरान भी एक के बाद एक दो धमाके हुए जिसमें जेसीबी चालक घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं दूसरे जेसीबी चालकों ने डर के कारण बचाव कार्य करने से इनकार कर दिया। वहीं गाजियाबाद की एनडीआरएफ टीम मौके पर बचाव कार्य में जुटी है। डीएम दीपक मीणा का कहना है कि मृतकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। अभी तक सामने आया है कि साबुन बनाने की फैक्टरी में केमिकल में अथवा गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ है।
जांच कराई जा रही है। वहीं मौके पर आईजी नचिकेता झा और ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर भी पहुंचे हैं। धमाके से सत्यकाम स्कूल के अलावा आसपास के सभी मकानों के शीशे टूट गए। मौके पर अफरातफरी मची है। गंभीर रूप से झुलसे कई घायलों को अस्पताल भेजा गया है।