देहरादून। देहरादून पुलिस ने राजधानी के स्पा सेंटरों पर दो दिनों तक ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इस दौरान कहीं कैमरे खराब मिले तो कहीं आने वालों का रिकॉर्ड ही नहीं रखा जा रहा था। कई और अनियमितताएं मिलने पर 61 स्पा सेंटरों को बंद करा दिया गया और 32 का पुलिस एक्ट में चालान हुआ है। इनसे 2.70 लाख रुपये वसूले गए हैं।
वहीं, वर्तमान में चल रहे स्पा सेंटरों में नियमों का पालन कराने के लिए एसएसपी ने सभी एसओ और एसएचओ को निर्देश दिए हैं। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि स्पा सेंटरों में लगातार अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं। कहीं सीसीटीवी कैमरे नहीं चल रहे थे तो कोई आने-जाने वालों का रिकॉर्ड नहीं रख रहा था।
ऐसे में सभी एसओ-एसएचओ को मंगलवार और बुधवार को अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे। इन दो दिनों में स्पा सेंटरों पर कार्रवाई की गई है। पूरी तरह बंद कराए गए स्पा सेंटरों को हिदायत दी गई है कि सभी नियम पूरी होने पर ही उन्हें चलने दिया जाएगा।
दावा किया जाता है कि स्पा सेंटरों में प्रशिक्षित स्टाफ ही थेरेपी करते हैं। लेकिन, कई जगह ऐसा नहीं पाया गया। एसएसपी ने बताया कि स्पा सेंटरों को निर्देशित किया गया है कि इनमें नियुक्त थेरेपिस्ट डिग्री धारक और डिप्लोमा धारक प्रशिक्षित व्यक्ति हो। कोई भी अकुशल थेरेपिस्ट या कर्मी काम नहीं करेंगे।
एसएसपी ने बताया कि स्पा सेंटरों की शिकायत मिली है कि यहां फर्जी डिप्लोमा और डिग्रीधारकों से काम कराया जा रहा है। ऐसे में पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि इनकी डिग्रियों और अन्य प्रमाण पत्रों का भी सत्यापन किया जाए। यदि किसी की डिग्री और प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए तो कार्रवाई होगी।
पिछले साल एसएसपी ने सभी स्पा सेंटर संचालकों को कर्मचारियों के सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन, शहर में ऐसे करीब 40 स्पा सेंटर मिले, जहां काम करने वाली युवतियों और अन्य कर्मचारियों का सत्यापन नहीं कराया गया था। इन सभी को बंद करा दिया गया है। इसके अलावा 21 सेंटर ऐसे बंद किए गए हैं, जहां रजिस्टर मेंटेन नहीं किए गए थे।
ये भी दिए निर्देश
– सभी स्पा सेंटरों में ग्राहकों का पूरा विवरण दर्ज किया जाए।
– यह सुनिश्चित हो कि स्पा सेंटरों में सीसीटीवी लगे हैं।
– सीसीटीवी में निर्धारित अवधि तक डाटा सुरक्षित रहे।
– सभी क्रियाकलापों की रिकॉर्डिंग डीवीआर में उपलब्ध रहे।