देहरादून। विधानसभा चुनाव के दौरान ‘युवा उत्तराखंड-युवा मुख्यमंत्री’ के भाजपा के नारे ने युवाओं को हाथों हाथ लिया था। तब सत्तारूढ़ भाजपा ने फिर से उसकी सरकार बनने पर 50 हजार युवाओं को नौकरी देने का वादा किया। लगातार दूसरी बार राज्य की बागडोर मिलने पर भाजपा की पुष्कर सिंह धामी सरकार इस दिशा में धीरे-धीरे कदम बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री धामी ने हाल में कहा था कि एक वर्ष के भीतर 19 हजार नियुक्तियां दी जाएंगी। इस कड़ी में राज्य लोक सेवा आयोग ने सात हजार नियुक्तियों के लिए कैलेंडर जारी कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पहली पारी के छोटे से कार्यकाल में युवाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित कर उनका दिल जीतने का प्रयास किया। इस दिशा में तब सरकार ने युवाओं के दृष्टिगत कई निर्णय भी लिए। साथ ही रोजगार के दृष्टिकोण से प्रभावी कदम उठाने का वादा किया।
दोबारा सत्तासीन होने पर मुख्यमंत्री धामी ने सभी विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा। लगभग सभी विभाग अपनी-अपनी रिक्तियों के बारे में शासन को जानकारी भेज चुके हैं। अब चरणबद्ध ढंग से विभिन्न विभागों में युवाओं को रोजगार देने के लिए कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं के विवादों के घेरे में आने के मद्देनजर सरकार ने भर्ती परीक्षाएं राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से कराने का निर्णय लिया है। आयोग ने इसके लिए कसरत शुरू कर दी है। हाल में ही सात हजार पदों पर भर्ती के लिए कैलेंडर जारी किया जा चुका है। समझा जा रहा है कि इन पदों की नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अगले चरण की नियुक्तियों के लिए कैलेंडर जारी कर सरकार आगे कदम बढ़ाएगी।