जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में चार बेड तैयार
दिवाली पर आतिशबाजी के दौरान हाथ झुलसने और अन्य लोगों के आग की चपेट में आने की आशंका रहती है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व तैयारियां कर लीं हैं। जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में मरीजों के लिए चार बेड तैयार कर लिए गए हैं। पीएमएस डॉ. आरके सिन्हा ने बताया कि बर्न वार्ड खाली है।
रुद्रपुर। दीपावली पर्व के लिए बाजार पूरी तरह से सज गया है। 23 अक्तूबर को धनतेरस और 24 को दीपावली मनाई जाएगी। ग्राहकों को लुभाने के लिए मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण विक्रेता कई ऑफर दे रहे हैं। हालांकि त्योहार पर मुख्य बाजार में यातायात, जाम, पार्किंग आदि समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है। इस अव्यवस्था को देखते हुए पुलिस प्रशासन, नगर निगम, अग्निशमन विभाग भी पूरी तरह मुस्तैद है। स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
रुद्रपुर। बाजार में स्वदेशी झालरों की धूम मची है। इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बेचने वाले लोगों ने चाइनीज झालरों की खरीद बंद कर दी है। इस कारण देश में बनीं आकर्षक झालरें और बिजली से चलने वाले उपकरणों की मांग बढ़ी है। लटकने वाली झालरों के साथ अब दीवारों पर चिपकने वाली एलईडी झालर भी खूब बिक रही है। इसकी कीमत 300 रुपये है। इसे घर में किसी भी आकार-प्रकार में लगाया जा सकता है। व्यवसायी दिलशाद ने बताया कि ग्राहक भी चाइनीज झालर नहीं मांग रहे हैं।
दीपावली पर्व पर खील-खिलौने या पेठा सिर्फ 70 रुपये किलो में बिक रहे हैं। रम्पुरा निवासी सुरेंद्र कोली ने बताया कि पिछली बार की भांति इस बार भी खील-खिलौने 70 रुपये प्रति किलो की दर से बेचे जा रहे हैं। बताया कि धनतेरस पर्व से बाजार में लोग खरीदारी शुरू कर देते हैं। कोरोना काल के बाद इस बार खील-खिलौने की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।
धनतेरस पर्व के लिए बर्तन बाजार तैयार
धनतेरस के लिए मुख्य बाजार में बर्तनों की दुकानें भी सज गईं हैं। भगत सिंह चौक स्थित बर्तन व्यापारी सन्नी गगनेजा ने बताया कि धनतेरस पर्व में ज्यादातर लोग स्टील की चम्मच, ग्लास, लोटा आदि खरीदते हैं। कुछ लोग मुख्य रूप से पूजा के लिए पीतल के बर्तन खरीदते हैं। इस बार बर्तन के दामों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। इसलिए करोड़ों रुपये के बर्तन बिकने का अनुमान है।